इयत्ता आठवी हिंदी जरा प्यार से बोलना सीख लीज मराठी स्वाध्याय PDF |
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इयत्ता आठवी हिंदी जरा प्यार से बोलना सीख लीज स्वाध्याय
मंडळाचे नाव |
Maharashtra Board |
ग्रेडचे नाव |
आठवी |
विषय |
हिंदी जरा प्यार से बोलना सीख लीज |
वर्ष |
2022 |
स्वरूप |
PDF/DOC |
प्रदाता |
|
अधिकृत संकेतस्थळ |
mahahsscboard.in |
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इयत्ता आठवी हिंदी जरा प्यार से बोलना सीख लीज स्वाध्याय उपाय
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Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 6 जरा प्यार से बोलना सीख लीज Textbook Questions and Answers
सूचनानुसार कृतियाँ करो:
प्रवाह तालिका पूर्ण करो:
Question 1.
Answer:
चुप रहने के चार फायदे लिखिए।
Answer:
१. किसी के साथ दुश्मनी मोल न लेना।
२. संघर्ष एवं लड़ाई झगड़े से बचना।
३. किसी के बुरे शब्द नहीं सहना।
४. समाज में हमारी इज्जत बनी रहना।
उत्तर लिखो:
- काँटे बोने वाले –
- चुभने वाले –
- फटने वाले –
- मीठी बोली वाले –
Answer:
- कटु वचन
- बेबात बात
- पटाखे
- गुल या गुलाब
कविता में आए इस अर्थ के शब्द लिखो:
Question 1.
Answer:
भाषाबिंदु
उपसर्ग व प्रत्यय अलग करके मूल शब्द लिखिए।
Question 1.
भारतीय, आस्थावान, व्यक्तित्व, स्नेहिल, बेबात, निरादर, प्रत्येक, सुयोग
Answer:
उपयोजित लेखन
Question 1.
‘यातायात की समस्याएँ एवं उपाय’ विषय पर निबंध लिखिए।
Answer:
यातायात यानी ‘ट्रॉफिक’ यातायात के साधनोंद्वारा हम लंबी दूरी बहुत ही कम समय में तय करते हैं। विज्ञान के इस युग में यातायात के साधनों में वृद्धि हो गई हैं। मुंबई व दिल्ली जैसे शहरों में यातायात के साधनों की सड़कों पर भरमार दिखलाई देती है। इसने ट्रॉफिक की समस्या निर्माण हो रही हैं। वाहनों से निकलने वाले धुएँ ने सभी का जीना हराम कर दिया है। लोग ठीक से साँस भी नहीं ले पा रहे हैं। इसलिए धुएँ वाली गाड़ी नहीं चलानी चाहिए। हॉर्न की सतत आवाज से लोगों को सरदर्द एवं हृदयरोग जैसी बीमारियों को शिकार होना पड़ रहा है। विज्ञान के चमत्कार के कारण हवाई जहाज का निर्माण हुआ है। इससे पक्षियों को खतरा हो रहा है। हवाई जहाज ऐसा होना चाहिए जिससे वायु प्रदूषण न हो।
आज ट्रेन के लिए ट्रैक बनाने के लिए बड़े-बड़े पहाड़ों एवं वनों को काटा जा रहा है। इसका दुष्प्रभाव पर्यावरण पर पड़ रहा है। इसके लिए सभी को खाली जगहों पर पेड़ लगाने चाहिए। नदी व समुद्र पर पुल बनाए जा रहे हैं जिससे जल प्रदूषित हो रहा है। गाड़ियों की संख्या बढ़ने से डीज़ल व पेट्रोल का प्रयोग बढ़ रहा है।
यातायात की समस्याओं पर रोक लगाने के लिए सभी को यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए। इन नियमों का सभी को ज्ञान होना चाहिए। यदि ऐसा होगा, तो सड़क दुर्घटना की दर कम हो सकती है। ध्यान रहे कि यातायात के साधनों का लाभ हम तभी ले सकते हैं, जब हम सही ढंग से उनका इस्तेमाल करना सीख जाएँ।
कल्पना पल्लवन
Question 1.
‘वाणी की मधुरता सामने वाले का मन जीत लेती है।’ इस तथ्य पर अपने विचार लिखिए।
Answer:
वाणी ईश्वर द्वारा मनुष्य को मिली एक अनूठी देन है। मनुष्य की वाणी में वह शक्ति होती है जो सामने वाले व्यक्ति को अपना मित्र या दुश्मन भी बना सकती है। यदि हमें सामने वाले व्यक्ति का मन जीतना है,तो हमें मधुर वाणी का प्रयोग करना चाहिए। मीठी वाणी मित्रता के द्वार खोलकर अच्छे संबंध स्थापित करने में सहायक सिद्ध होती है। तलवार का घाव देर-सबेर भर जाता है, लेकिन कटु वाणी से हुआ घाव कभी नहीं भरता।
इसलिए हमेशा मीठी वाणी में बोलना चाहिए। गौतम बुद्ध व महात्मा गांधी जैसे महापुरूषों ने मीठी वाणी के माध्यम से ही दुनिया को अपना बना लिया था। मदर टेरेसा के मधुर वचनों को सुनकर हजारों लोग उनके जैसे समाजसेवी बन गए थे। कोयल की ‘कुह-कुहू’ किसे नहीं अच्छी लगती? सभी उसकी मीठी बोली के कायल हैं। इसलिए संत कबीर भी कहते हैं :
ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोय औरन को शीतल करै आपह शीतल होय।।
Question 1.
कविता की अंतिम चार पंक्तियों का अर्थ लिखो।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि रमेश दत्त शर्मा लिखित ‘जरा प्यार से बोलना सीख लीजे ।’ कविता से ली गई है। कवि कह रहे हैं कि बिना किसी वजह से बात बेबात यदि कोई तकलीफ देने की कोशिश करे, तो इंसान को उसे मोड़ना सीख लेना चाहिए। हमें तकलीफ देने वालों को मुँहतोड़ जवाब देना सीख लेना चाहिए। अर्थात विपरीत परिस्थितियों में हमें बुद्धि व विवेक से काम करना चाहिए।
स्वयं अध्ययन
हिंदी साप्ताहिक पत्रिकाएँ/समाचार पत्रों से प्रेरक कथाओं का संकलन करो।
Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 6 जरा प्यार से बोलना सीख लीज Additional Important Questions and Answers
समझकर लिखिए।
Question 1.
अपने आप को टोकना चाहिए
Answer:
लड़ाई या जब किसी के साथ उलझते समय हम स्वयं का नियंत्रण न खो बैठे इसलिए अपने आप को टोकना चाहिए।
Question 2.
खयालों को खुद तौलना चाहिए।
Answer:
यदि हमने कभी बिना कुछ सोचे कुछ गलत बोल दिया, तो सामने वाले व्यक्ति पर उसका गलत असर पड़ता है। इसलिए खयालों को हमें खुद तौलना चाहिए।
एक शब्द में उत्तर लिखिए।
Question 1.
वक्त पर यह खोलनी चाहिए।
Answer:
जुंबा
Question 2.
इन्हें तौलना चाहिए।
Answer:
खयालों
निम्नलिखित पद्यांशों का भावार्थ लिखिए ।
Question 1.
वाणी में शहद ……………………. बोलना सखि लाज ।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि रमेश दत्त शर्मा लिखित ‘जरा प्यार से बोलना सीख लीजे।’ कविता से ली गई है। कवि कह रहे हैं कि इंसान को सभी से प्रेम से बोलना चाहिए । इंसान की वाणी में शहद होना चाहिए यानी उसकी वाणी मीठी होनी चाहिए । उसे सभी के साथ मीठी व मधुर वाणी में वार्तालाप करना चाहिए । इंसान को सभी के साथ प्यार से सहृदयतापूर्वक बोलना सीखना चाहिए ।
Question 2.
चुप रहने के ……………………. खोलना सीख लीजे ।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि रमेश दत्त शर्मा लिखित ‘जरा प्यार से बोलना सीख लीजे।’ कविता से ली गई है। कवि इन पंक्तियों के माध्यम से कह रहे हैं कि इंसान को चुप रहना सीखना चाहिए। चुप रहने के कई लाभ हैं। अत: योग्य समय आने पर इंसान को अपना मुँह खोलना चाहिए। अर्थात योग्य समय पर योग्य बात करनी चाहिए।
Question 3.
कुछ कहने से ……………………. तौलना सीख लीजे ।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि रमेश दत्त शर्मा लिखित ‘जरा प्यार से बोलना सीख लीजे।’ कविता से ली गई हैं। कवि के मतानुसार व्यक्ति को बोलने से पहले गहन विचार करना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को सोच-समझकर बोलना चाहिए। उसे विचारों को तौलकर बात करने की कला का अभ्यास करना चाहिए।
Question 4.
कविता की पंक्तियाँ पूर्ण कीजिए।
Answer:
बात बेबात कोई चुभने लगे तो,
बदलकर उसे मोड़ना सीख लीजे।
ये किसने कहा कि होंठ सीकर के बैठो,
जरूरत पे मुँह खोलना सीख लीजे।
निम्नलिखित कथन सत्य है या असत्य लिखिए ।
Question 1.
इंसान को जरूरत के समय बात नहीं करनी चाहिए।
Answer:
असत्य
Question 2.
तकलीफ देने वालों को हमें मुँहतोड़ जवाब देना चाहिए ।
Answer:
सत्य
पद्यांश के आधार पर पूर्ण वाक्य कीजिए।
Question 1.
मीठी बोली के गुलाब इसलिए बोना चाहिए क्योंकि
Answer:
कड़वे वचन काँटै बोते हैं।
समझकर लिखिए।
Question 1.
पद्यांश में प्रयुक्त एक फूल का नाम
Answer:
गुल (गुलाब)
निम्नलिखित शब्दों के लिए कविता में आए शब्द लिखिए।
- सिलकर
- बिना बात
- कड़वे
- बोना
Answer:
- बेबात
- जरूरत
- रोपना
- कटु
कृति ख (३) भावार्थ
निम्नलिखित पद्यांशों का भावार्थ लिखिए।
Question 1.
पटाखे की तरह ……………………. घोलना सीख लीजे।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि रमेश दत्त शर्मा लिखित ‘जरा प्यार से बोलना सीख लोजे ।’ कविता से ली गई है। प्रस्तुत पंक्ति के माध्यम से कवि कह रहे हैं कि इंसान को पटाखे की तरह फटने से पहले उसकी रोशनी के रंग में घुल जाना सीख लेना चाहिए। अर्थात परिस्थिति के अनुरूप कुशलता से व्यवहार करना चाहिए।
Question 2.
कटु बचन ……………………. रोपना सीख लीजे।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि रमेश दत्त शर्मा लिखित ‘जरा प्यार से बोलना सीख लीजे।’ कविता से ली गई हैं। कवि कह रहा है कि व्यक्ति को मधुरभाषी होना चाहिए। कड़वे वचन हमेशा काँटे की तरह चुभते हैं। इंसान को मीठी बोली के पुष्पों का रोपण करना सीख लेना चाहिए। अर्थात हमेशा मीठी वाणी में बात करना चाहिए।
Question 3.
बात बेबात. ………………. खोलना सीख लीजे।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि रमेश दत्त शर्मा लिखित ‘जरा प्यार से बोलना सीख लीजे ।’ कविता से ली गई है। कवि कह रहे हैं कि बिना किसी वजह से बात बेबात यदि कोई तकलीफ देने की कोशिश करे, तो इंसान को उसे मोड़ना सीख लेना चाहिए। हमें तकलीफ देने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना सौख लेना चाहिए। अर्थात विपरीत परिस्थितियों में हमें बुद्धि व विवेक से काम करना चाहिए।
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