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Friday, June 10, 2022

AP Board Class 10 Hindi Chapter 6 अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी (पत्र) Textbook Solutions PDF: Download Andhra Pradesh Board STD 10th Hindi Chapter 6 अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी (पत्र) Book Answers

AP Board Class 10 Hindi Chapter 6 अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी (पत्र) Textbook Solutions PDF: Download Andhra Pradesh Board STD 10th Hindi Chapter 6 अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी (पत्र) Book Answers
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Andhra Pradesh Board Class 10th Hindi Chapter 6 अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी (पत्र) Textbooks Solutions PDF

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Andhra Pradesh State Board Class 10th Hindi Chapter 6 अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी (पत्र) Books Solutions

Board AP Board
Materials Textbook Solutions/Guide
Format DOC/PDF
Class 10th
Subject Maths
Chapters Hindi Chapter 6 अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी (पत्र)
Provider Hsslive


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10th Class Hindi Chapter 6 अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी Textbook Questions and Answers

InText Questions (Textbook Page No. 30)

प्रश्न 1.
आवाज़ का पर्याय क्या है?
उत्तर:
आवाज़ का पर्याय है ध्वनि, बोली, स्वर, भाषा।

प्रश्न 2.
किसी प्राणी की अनोखी विशेषता बताइए।
उत्तर:
किसी प्राणी की अनोखी विशेषता उसकी भाषा है।

प्रश्न 3.
इस गद्यांश के लिए उचित शीर्षक दीजिए।
उत्तर:
इस गद्यांश के लिए उचित शीर्षक है – “पशु – पक्षियों की भाषा”

InText Questions (Textbook Page No. 32)

प्रश्न 1.
भारत देश को स्वतंत्र कराने में हिंदी भाषा का क्या योगदान रहा होगा?
उत्तर:
भारत के अलग – अलग प्रांतों में अलग – अलग भाषाएँ बोली जाती हैं। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में देश को एकता के सूत्र में बाँधने के लिए एक भाषा की आवश्यकता हुई। यह काम हिंदी से ही साध्य हो सका। भारत के सभी प्रांतों से जुड़ने के लिए एक भाषा की आवश्यकता होती हैं जिसे सारे भारत के वासी जानते हैं। वैसी भाषा ही हिंदी है। वह हिंदी भाषा ही उस समय भारतदेश को स्वतंत्र कराने में उनमें एकता दिलायी होगी। सारे भारतीयों को एकता के सूत्र में बाँधी होगी। इस प्रकार भारत देश को स्वतंत्र कराने में हिंदी भाषा का अच्छा योगदान रहा होगा।

प्रश्न 2.
हिंदी भाषा की क्या विशेषता है?
उत्तर:

  • हिंदी संस्कृति, सभ्यता व गरिमा का प्रतीक है।
  • हिंदी करोडों लोगों की जीविका बन चुकी है।
  • हिंदी भाषा से सारे भारत की पहचान अच्छी तरह से कर सकते हैं।
  • हमें भारत के सभी प्रांतों से जुडने के लिए हिंदी भाषा की आवश्यकता होती है।
  • हिंदी सारे भारतीयों को एकता के सूत्र में बाँधती है।
  • हिंदी अपने शाब्दिक अर्थ से भी भारतीय कहलाती है।

प्रश्न 3.
हिंदी भाषा सीखने से क्या – क्या लाभ हैं?
उत्तर:

  • हिंदी भाषा सीखने से ये लाभ मिलते हैं।
  • हिंदी से हम सारे भारत की पहचान अच्छी तरह से कर सकते हैं।
  • हमें भारत के सभी प्रांतों से यह भाषा जुडाती है।
  • यह भाषा हमें एकता के सूत्र में बाँधती है।।
  • मीडिया, फिल्म उद्योग, बैंक आदि क्षेत्रों में हिंदी की उपयोगिता बढ़ती जा रही है।
  • हिंदी भाषा से कई रोज़गार हमें मिलते हैं।
  • हिंदी से अपने भविष्य का निर्माण करने के लिए कई वेबसाइट सेवा में तत्पर हैं।
  • हम हिंदी भाषा से अपने उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।

अर्थव्राह्यता-प्रतिक्रिया

अ) प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

प्रश्न 1.
“हिंदी विश्वभाषा है।’ इस कथन के बारे में अपने विचार व्यक्त कीजिए।
(या)
हिंदी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शोभित है। अपने विचार व्यक्त कीजिए।
उत्तर:

  • अब हिंदी न केवल भारत की बल्कि विश्व की भाषा बन चुकी है।
  • संसार के विविध क्षेत्रों में हिंदी करोड़ों लोगों की जीविका बन चुकी है।
  • आज भारत के अलावा बंग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, भूटान, फिज़ी, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिडाड एवं टुबेगो, द.अफ्रिका, बहरीन, कुवैत, ओमान, कत्तर, सौदी अरब गण राज्य, श्रीलंका , अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, जापान, मॉरिशस और ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में हिंदी की माँग बढती ही जा रही है।
  • विदेशों में भी हिंदी की रचनाएँ लिखी जा रही हैं।
  • विदेशों में भारतीयों से आपसी व्यवहार के लिए वहाँ के लोग भी हिंदी सीख रहे हैं।
  • भारत के अलावा अन्य देशों में भी कई संस्थाएँ हिंदी के प्रचार व प्रसार में जुटी हुई हैं।
  • आज विश्व भर में करीब डेढ़ सौ से अधिक विश्व विद्यालय हिंदी संबंधी कोसों का संचालन कर रहे हैं।
  • बैंक, मीडिया, फिल्म उद्योग आदि क्षेत्रों में हिंदी की उपयोगिता दिन – ब – दिन बढ़ती ही जा रही है।
  • हिंदी नये – बये रोजगारों का प्रमुख आधार बन चुकी है। :- सारा विश्व हिंदी का महत्व जान चुका है।
  • हर वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाते हैं। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि हिंदी “विश्व भाषा” है।

प्रश्न 2.
‘भारत में अनेकता में एकता का प्रतीक हिंदी है।’ कैसे?
उत्तर:
भारत देश एक विशाल देश है। इसमें विभिन्न जातियों, धर्मों और भाषाओं के लोग रहते हैं, इस कारण इस देश में विभिन्नता बनी हुयी है।

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में देश को एकता के सूत्र में लाने एक भाषा की आवश्यकता हुई। यह काम तो हिंदी से ही साध्य हो सका। हिंदी से हम सारे देश की पहचान अच्छी तरह कर सकते हैं। हिंदी को सभी प्रांतों के भारतवासी जानते हैं और समझ सकते हैं। हिंदी अपने शाब्दिक अर्थ से भी भारतीय कहलाती है। हिंदी भारतीयों को जोडनेवाली भाषा बन गयी है। इससे ही भारत देश के वासियों के बीच एकता बनी हुयी है।

यह एक ही भाषा है जो सारे भारतीयों को एक सूत्र में बाँधती है। इसलिए हम कह सकते हैं कि भारत में अनेकता में एकता का प्रतीक हिंदी ही है।

आ) पाठ के आधार पर निम्न प्रश्नों के उत्तर हाँ या नहीं में दीजिए।

प्रश्न 1.
हिंदी देश को एकता के सूत्र में बाँधती है।
उत्तर:
हाँ

प्रश्न 2.
14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।
उत्तर:
हाँ

प्रश्न 3.
10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।
उत्तर:
हाँ

प्रश्न 4.
हिंदी भाषा से रोज़गार की संभावनाएँ अधिक हैं।
उत्तर:
हाँ

इ) नीचे दिये गये वाक्य पाठ के आधार पर उचित क्रम में लिखिए।

1. भारतीय हिंदी शाब्दिक अर्थ भी कहलाती है से अपने
2. हिंदी 14 सितंबर मनाते हैं को दिवस
3. तरह इस हिंदी अंतर्राष्ट्रीय पर शोभित है स्तर
4. स्वास्थ्य ध्यान पूरा रखना का अपने
उत्तर:
1. हिंदी अपने शाब्दिक अर्थ से भी भारतीय कहलाती है।
2. 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाते हैं।.
3. इस तरह हिंदी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शोभित है।
4. अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना।

ई) नीचे दिया गया विज्ञापन पढ़िए। प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

प्रश्न 1.
यह विज्ञापन किस बैंक का है?
उत्तर:
यह विज्ञापन भारतीय स्टेट बैंक का है।

प्रश्न 2.
किस नौकरी के लिए यह विज्ञापन दिया गया है?
उत्तर:
राज भाषा अधिकारियों की (सहायक प्रबंधक – राजभाषा) भर्ती के लिए यह विज्ञापन दिया गया है।

प्रश्न 3.
आवेदन करने से पहले वेबसाइट से अन्य जानकारी प्राप्त करने के लिए क्यों कहा गया होगा?
उत्तर:
आवेदन करने से पहले वेबसाइट से अन्य जानकारी प्राप्त करने के लिए इन निम्न लिखित कारणों से कहा गया होगा –

  • वह योग्य आवेदक है या नहीं इसे जानने के लिए जानकारी प्राप्त करने के लिए।
  • आवेदक शुल्क के विवरण जानने के लिए।
  • आवेदक की शैक्षणिक तथा सांकेतिक योग्यताओं के बारे में जानने।
  • आवेदक का आयु और अन्य विवरण जानने के लिए।

अभिव्यक्ति – सृजनात्मकता

अ) इन प्रश्नों के उत्तर तीन – चार पंक्तियों में लिखिए।

प्रश्न 1.
सांस्कृतिक दृष्टि से हिंदी का क्या महत्व है?
उत्तर:
हिंदी केवल एक भाषा का नाम नहीं है। यह भारतीयों की साँसों में बसी भाषा है। यह सबकी संस्कृति, सभ्यता व गरिमा का प्रतीक है। भारत देश की संस्कृति इस भाषा में निहित है। हिन्दी के प्रमुख कवियों ने सांस्कृतिक तथा देश की एकता के लिए भी अपनी रचनाओं में ज़ोर दी।

प्रश्न 2.
हिंदी देश को जोड़नेवाली कड़ी है। इसे अपने शब्दों में सिद्ध कीजिए।
(या)
हिंदी देश को जोड़नेवाली कड़ी है। अपने विचार लिखिए।
उत्तर:

  • हिंदी भारतीयों की साँसों में बसी भाषा है।
  • यह सबकी संस्कृति, सभ्यता तथा गरिमा का प्रतीक है।
  • हिंदी भाषा का अपने जीवन में महत्व है।
  • भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में हिंदी देश को एकता के सूत्र में बाँध दी।
  • आज हमें एक से अधिक भाषाएँ सीखना ज़रूरी है। इसलिए हिंदी का स्थान महत्वपूर्ण है।
  • हिंदी से हम सारे भारत की पहचान अच्छी तरह से कर सकते हैं।
  • हमें भारत के सभी प्रांतों से जुड़ने के लिए हिंदी की आवश्यकता होती है।
  • हिंदी को सारे भारतवासी जानते हैं।
  • हिंदी शाब्दिक अर्थ से भी भारतीय कहलाती है। इसलिए हम कह सकते हैं कि हिंदी जोड़नेवाली भाषा है तोडनेवाली नहीं। हिंदी देश को जोडनेवाली कडी है।

आ) राष्ट्रीय एकता की दृष्टि से हिंदी महत्वपूर्ण भाषा है। इस पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।
उत्तर:

  • अब हिंदी न केवल भारत की बल्कि विश्व की भाषा बन चुकी है।
  • संसार के विविध क्षेत्रों में हिंदी करोड़ों लोगों की जीविका बन चुकी है।
  • आज भारत के अलावा बंग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, भूटान, फिज़ी, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिडाड एवं टुबेगो, द.आफ्रिका, बहरीन, कुवैत, ओमान, कत्तर, सौदी अरबगणराज्य, श्रीलंका, अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, जापान, मॉरिशस, आस्ट्रेलिया आदि देशों में हिंदी की माँग बढ़ती ही जा रही है।
  • हिंदी की साहित्य रचना में वहाँ के हिंदी साहित्यकारों का विशेष योगदान हैं।
  • विदेशों में भारतीयों से आपसी व्यवहार करने के लिए वहाँ के लोग भी हिंदी सीख रहे हैं।
  • भारत के अलावा अन्य देशों में भी कई संस्थाएँ हिंदी के प्रचार व प्रसार में जुटी हुई हैं।
  • विश्व भर में आज करीब डेढ़ सौ विश्व विद्यालय हिंदी संबंधी कोसों का संचालन कर रहे हैं। * सारा विश्व हिंदी का महत्व जान चुका है।
  • हिंदी की कई वेबसाइट भी सेवा में तत्पर हैं।
  • हर वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाते हैं।

इसलिए हम कह सकते हैं कि राष्ट्रीय एकता की दृष्टि से हिंदी महत्त्वपूर्ण भाषा है।

इ) ‘हिंदी भाषा’ पर एक छोटा सा निबंध लिखिए।
उत्तर:
हिंदी केवल एक भाषा का नाम नहीं हैं। यह भारतीयों की साँसों में बसी भाषा है। यह सबकी संस्कृति, सभ्यता व गरिमा का प्रतीक है। गाँधीजी ने अपना जीवन देश की स्वतंत्रता के साथ – साथ हिंदी की सेवा में समर्पित कर दिया था।

भारतीय स्वतंत्र संग्राम में देश को एकता के सूत्र में बाँधने के लिए हिंदी की आवश्यकता हुई। हिंदी से हम सारे भारत की पहचान अच्छी तरह से कर सकते हैं। हमें भारत के सभी प्रांतों से जुड़ने के लिए हिंदी भाषा की आवश्यकता होती है। इसे सारे भारत के वासी जानते हैं। हिंदी सारे भारतीयों को एकता को सूत्र में बाँधती है। हिंदी शाब्दिक अर्थ से भी भारतीय कहलाती है।

इसलिए देश की वर्तमान और भविष्य की परिस्थितियों को दृष्टि में रखकर भारतीय संविधान ने अनुच्छेद 343(1) के तहत हिंदी को 14 सितंबर 1949 को राजभाषा के रूप में गौरवान्वित किया है। तब से हम हर वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाते हैं।

आज कल भारत के अलावा विश्व भर कई देशों में हिंदी की माँग बढ़ती जा रही है। अन्य देशों में भी हिंदी के प्रचार व प्रसार में कई संस्थाएँ जुटी हुई हैं। हिंदी की सेवा में कई वेबसाइट भी तत्पर हैं। 10 जनवरी को हर वर्ष विश्व हिंदी दिवस के रूप में सारी दुनिया मनाती है।

हिंदी राष्ट्र भाषा के साथ – साथ राज भाषा भी होने के कारण भारत देश के सारे काम काज हिंदी में ही हो रहे हैं।

ई) मनोरंजन की दुनिया में हिंदी के महत्व पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
मानव शारीरिक या मानसिक रूप से काम करके थक जाता है। तब उसे मनोरंजन की ज़रूरत होती है। वैसे तो मनोरंजन से शारीरिक नस ढीली पढती है। इससे फिर से शक्ति एकत्रित होकर नव उल्लास व चेतनता का संचार होता है। खेलकूद, सिनेमा, रेडियो, भ्रमण, पुस्तक – पठन दूरदर्शन आदि अनेक साधनों से मनोरंजन होता है।

संसार के अधिक लोगों द्वारा बोली जानेवाली भाषाओं में हिंदी का दूसरा स्थान है। इस तरह हिंदी मनोरंजक साधनों को प्रमुख भाषा भी हुई है। हमारे भारत में अधिकतर फ़िल्में हिन्दी में ही बन रही हैं। ये फ़िल्में देश विदेशों में प्रदर्शित हो रही हैं। इससे कई लोग मनोरंजन के साथ हिंदी भी सीखते हैं। रेडियो, एफ. एम रेडियो, मोबाइल फ़ोन, आइ – पॉड आदि से अनेक कार्यक्रम हिंदी में प्रसारित हो रहे हैं। दूरदर्शन के ज़रिये अधिकतर कार्यक्रम हिन्दी में ही प्रसारित हो रहे हैं। इनसे हिंदी जानने और सीखनेवाले मनोरंजन पा रहे हैं। कई नेटवर्क के चानलों का प्रसार भी तीव्रगति से हो रहा है।

राष्ट्रीय स्तर पर होनेवाले खेलकूदों की टीका – टिप्पणी भी अधिकतर हिंदी में ही होने लगी है। बिना किसी रुकावट के सारे भारत में पर्यटन कर सकते हैं।

इस तरह मनोरंजन की दुनिया में हिंदी का महत्व आज सशक्त और प्रशंसनीय रहा है।

भाषा की बात

अ) कोष्ठक में दी गयी सूचना पढ़िए और उसके अनुसार कीजिए।

प्रश्न 1.
भाषा, समाधान, संकल्प (एक – एक शब्द का वाक्य प्रयोग कीजिए और उसके पर्याय शब्द लिखिए।)
उत्तर:
वाक्य प्रयोग

  1. भाषा – आंध्र प्रदेश में तेलुगु भाषा बोली जाती है।
  2. समाधान – अध्यापक छात्र जिज्ञासा का समाधान दे रहे हैं।
  3. संकल्प – मन में यदि संकल्प करें तो हम हर काम आसानी से कर सकेंगे।

पर्याय शब्द

  1. भाषा – बोली, वाणी
  2. समाधान – उत्तर, जवाब
  3. संकल्प – निर्णय, दृढ निश्चय

प्रश्न 2.
एकता, स्वदेश, प्राचीन (एक – एक शब्द का विलोम शब्द लिखिए और उससे वाक्य प्रयोग कीजिए।)
उत्तर:
विलोम शब्द

  1. एकता × अनेकता
  2. स्वदेश × विदेश/परदेश
  3. प्राचीन × नवीन/नया, अर्वाचीन

वाक्य प्रयोग

  1. एकता : भारत देश में अनेकता में एकता का दर्शन होता है।
  2. स्वदेश : हमें स्वदेश में रहने से जितना आनंद मिलेगा उतना विदेश में नहीं मिलेगा।
  3. प्राचीन : हमारा भारत प्राचीन और नवीन विशाल देश है।

प्रश्न 3.
परीक्षा, संस्था, दिशा (एक – एक शब्द का वचन बदलिए और वाक्य प्रयोग कीजिए।)
उत्तर:
वचन

  1. परीक्षा – परीक्षाएँ
  2. संस्था – संस्थाएँ
  3. दिशा – दिशाएँ

वाक्य प्रयोग

  1. परीक्षा – अंतिम परीक्षाओं में भी हमें सफलता मिली।
  2. संस्था – आज देश में अनेक संस्थाएँ खोली जा रही हैं।
  3. दिशा – दुनिया के चारों दिशाओं के समाचार हमें समाचार पत्रों के द्वारा मिलते हैं।

आ) सूचना पढ़िए और उसके अनुसार कीजिए।

1. सकुशल, अनुक्रम, अनुचित (उपसर्ग पहचानिए।)

  1. सकुशल – स
  2. अनुक्रम – अनु
  3. अनुचित – अन

2. वार्षिक, खुशी, भारतीय (प्रत्यय पहचानिए।)

  1. वार्षिक – इक
  2. खुशी – ई
  3. भारतीय – ईय

प्रश्न 3.
देश को एकता के सूत्र में बाँधने के लिए एक भाषा की आवश्यकता हुई। (कारक पहचानिए।)
उत्तर:
इस वाक्य में, को, के, में, के लिए, की कारक हैं।

इ) सूचना पढ़िए और उसके अनुसार कीजिए।

प्रश्न 1.
सलाह, सरकार, संविधान, संस्कृति, समाधान (लिंग की पहचान कीजिए।)
उत्तर:

  1. सलाह – स्त्रीलिंग
  2. सरकार – स्त्रीलिंग
  3. सवधिान – पुंलिंग
  4. संस्कृति – स्त्रीलिंग
  5. समाधान – पुंलिंग

प्रश्न 2.
जो विश्व के सभी देशों से जुड़ा हो। (एक शब्द में लिखिए।)
उत्तर:
अंतर्राष्ट्रीय/वैश्वीकरण

प्रश्न 3.
अद्वितीय (अनेक शब्दों में लिखिए।)
उत्तर:
जिसके समान कोई दूसरा न हो

ई) नीचे दिये गये वाक्य रचना की दृष्टि से समझिए।
1. मुझे पूरा विश्वास है कि तुम हिंदी से अपना भविष्य बनाओगे।
2. जो जानकारी दी गयी है उसे समझिए।
3. तुमने पूछा कि हिंदी का क्या महत्व है?
उत्तर:
i) ये तीन वाक्य मिश्रित वाक्य है।
ii) यहाँ सरल वाक्य के साथ उपवाक्य का मेल हुआ है।
iii) सरल वाक्य के साथ किसी आश्रित वाक्य का मेल होता उसे मिश्रित वाक्य कहते हैं।

परियोजना कार्य

इस पुस्तक के पहले पाठ से पाँचवें पाठ तक आये चित्रों में अपने मनपसंद चित्र का चयन कीजिए और उसके बारे में पाँच वाक्य लिखिए। उसका प्रदर्शन कक्षा में कीजिए।
उत्तर:
मेरा मनपसंद चित्र चौथा पाठ “कण – कण का अधिकारी” नामक कविता पाठ का है। मैं इसे यहाँ पेश कर रहा हूँ।

इस चित्र के बारे में पाँच वाक्य :

  • इस चित्र के द्वारा श्रम के महत्व के बारे में हमें मालूम होता है।
  • इस चित्र में एक व्यक्ति कोयले के खान में काम करनेवाला है।
  • इस चित्र में एक किसान का चित्र भी अंकित किया गया है जो खेतीबारी से संबंधित हल को भुजा पर धारण किया हुआ है।
  • एक व्यक्ति के हाथ में एक हथौड़ा है। जो लोहे का है। जिससे लुहारों के कठिन श्रम हमें मालूम होता है। एक आदमी के हाथ में खंता है। वह खंते से जमीन खोद रहा है।
  • एक स्त्री के कंधे पर घास का बोझा है और उसके एक हाथ में हँसिया है।
  • एक स्त्री के सिर पर सिमेंट (चूने) का थाला है। – इस चित्र में श्रमिकों से बनाया गया एक बाँध भी है।
  • इन सारे चित्रों से हमें श्रम का महत्व मालूम हो रहा है।
  • सच हैं श्रमिक ही कण – कण का अधिकारी है। श्रम जीवन ही सौंदर्य जीवन है।

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी Summary in English

Hyderabad,
8-9 – 2014.

Dear friend,
How are you? I hope you and all of your family members are safe. I feel very glad when I came to know that you were participating in various programmes regarding Hindi.
In your letter you wanted me to write the greatness of the Hindi language in our life. I am going to answer in this letter.

During the freedom movement, we were in need of a language for the integrity of the whole country. It was possible with the Hindi language. Nowadays, we should learn more than one language. Of these, Hindi and English are of great importance. We can identify India to a great extent through the Hindi language. Different languages are spoken in different regions of India.

We are in need of a language to have connectivity with all other regions of India. That language should be acquainted with every Indian. That language is nothing but Hindi. It binds all Indians with the doctrine of unity. Even we observe Hindi in its literal meaning, it is called an Indian language. Hence, taking all these into consideration, the article 343(1) in the Indian Constitution declared Hindi as our national language on 14 September 1949. Since then we have been celebrating 14 September as Hindi Day.

Nowadays besides in India, there is growing concern about Hindi in the countries such as Bangladesh, Nepal, Myanmar, Bhutan, Fizi, Gayana, Surinam, Trinidad & Tobago, South Africa, Bahrain, Kuwait, Onam, Qatar. Saudi Arabia, Sri Lanka, America, England, Germany, Japan, Mauritius, Australia etc. In foreign countries too, works of literature are being done in Hindi. In those works, the native writers are also playing a significant role. What is the matter of pride is that those foreigners are learning to negotiate with the Indian in foreign countries. In this way passion towards Hindi is growing. So many organizations are taking part in the publicity and the transmission of Hindi not only in India but also in other countries. In this regard, the ser oradora rawatan varausta vices of central Hindi Organization are worth mentioned. Nowadays more than 1500 universities are offering courses concerning Hindi throughout world. The significance of Hindi is increasing in the fields of banking media, film industry etc. Thus, today Hindi became a main source for many new occupations. The web sites such as www. rajbhasha .nic. in, www. ildc .gov.in, www. bhashaindia. com, www. ssc. nic.in, www. parliamentofindia. nic. in,www. ibps. in,www.khsindia.org, www.hindinideshalaya.nic. in etc., are committed to render their services to those who desire to build their future with Hindi. Knowing the magnificience of Hindi, the whole world is celebrating 10 January every year as Universal Hindi Day. It is a matter of pride to us. In this way, Hindi is glittering on the international platform.

You asked my advice in choosing Hindi as second language to continue your studies. We are well aware of the glory of Hindi nationally as well as internationally. We can build our bright future through this Hindi language. Therefore, choosing Hindi alone as first language or second language is advantageous to you for your further studies. I fondly hope that you having connectivity with Hindi, would illuminate the name of our country at international level.

Convey my regards to the elders at your home. Take care of your health.

Your loving friend,
Basheer Ahmed

Address
To
S. Abhinav Kumar,
10th class,
AP Model School,
Velidanda,
Mahaboobnagar – 509 360.

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी Summary in Telugu

హైదరాబాద్,
8-9-2014.
ప్రియమైన మిత్రమా,

నీవు ఎలా ఉన్నావు? నీవు నీ కుటుంబ సభ్యులందరూ క్షేమంగా ఉన్నారని ఆశిస్తున్నా. నీవు హిందీకి సంబంధించి వివిధ కార్యక్రమాలలో పాల్గొనుచున్నావని తెలిసి చాలా సంతోషించితిని.

నీవు, నీవు వ్రాసిన ఉత్తరంలో మన జీవితంలో హిందీ భాష గొప్పతనం ఏమిటో తెలిసిగొన కోరితివి. దానికి నేను సమాధానం ఈ ఉత్తరంలో తెలియజేయుచున్నాను.

భారతదేశ స్వాతంత్ర్య సంగ్రామంలో దేశం మొత్తాన్ని ఐకమత్యంగా ఉంచడానికి ఒక భాష అవసరమైనది. హిందీ భాషతో ఆ పని సాధ్యమైనది. ఈ రోజు మనం ఒకటి కంటే ఎక్కువ భాషలను నేర్చుకొనవలసియున్నది. వీటిలో హిందీ మరియు ఆంగ్ల భాషల స్థానము ప్రాధాన్యత గొన్నవి. హిందీ భాష ద్వారా మనందరము భారతదేశమును బాగా గుర్తించగలిగెదము. భారతదేశంలో వివిధ ప్రాంతాలలో వివిధ భాషలు మాట్లాడబడుచున్నవి.

మనం భారతదేశంలోని అన్ని ప్రాంతాలతో సంబంధంను కలిగి యుండుటకు ఒక భాష అవసరమైయున్నది. ఆ భాష భారతీయులందరికీ తెలిసినదై యుండవలెను. ఆ భాషయే హిందీ భాష. ఆ భాష (హిందీ) భారతీయులందర్నీ . ఐక్యతా సూత్రంలో బంధిస్తుంది. హిందీని శాబ్దిక అర్థంతో పరిశీలించినా అది భారతీయ భాష అని పిలువబడును. అందువలన దేశంలోని వర్తమాన, భవిష్యత్ పరిస్థితులను దృష్టిలో పెట్టుకుని భారతీయ రాజ్యాంగంలోని అనుచ్ఛేదం 343 (1) ఆధారంగా హిందీ భాషను 14 సెప్టెంబర్ 1949 సం||లో “రాజ భాష” (అధికార భాష) గా ప్రకటించి గౌరవించడమైనది. అప్పటి నుండి మనం ప్రతి సంవత్సరం 14 సెప్టెంబర్ ను. హిందీ దినంగా జరుపుకుంటున్నాం.

ఈ రోజున భారతదేశంలోనే కాక బంగ్లాదేశ్, నేపాల్, మయన్మార్, భూటాన్, ఫిజీ, గయానా, సూరినామ్, ట్రినిటాడ్ & టుబేగో, ద.ఆఫ్రికా, బహరైన్, కువైట్, ఒమన్, కతార్, సౌదీ అరేబియా, శ్రీలంక, అమెరికా, ఇంగ్లాండ్, జర్మనీ, జపాన్, మారిశస్, ఆస్ట్రేలియా మొదలగు దేశాలలో హిందీపై మక్కువ పెరుగుచున్నది. విదేశాలలో కూడా హిందీలో రచనలు జరుగుచున్నవి. ఆ రచనలలో అక్కడి సాహిత్యకారుల విశేష పాత్ర కూడా ఉన్నది. మనందరికీ గర్వకారణమైన విషయం ఏమిటంటే విదేశాలలోని భారతీయులతో పరస్పర వ్యవహారాల కోసం అక్కడి విదేశీయులు హిందీ నేర్చుకుంటున్నారు. ఈ విధంగా హిందీపై అభిరుచి ప్రపంచ వ్యాప్తంగా పెరిగిపోతూ ఉన్నది. అందువలన భారతదేశంలోనే కాక అన్య ఇతర దేశాలలో కూడా ఎన్నో సంస్థలు హిందీ ప్రచారం మరియు ప్రసారంలో పాలుపంచుకొనుచున్నవి. దీనిలో కేంద్రీయ హిందీ సంస్థాన్ వారి సేవలు కూడా మహత్య పూర్ణమైనవి. ఈ రోజు ప్రపంచ వ్యాప్తంగా దాదాపు 1500 పైగా విశ్వవిద్యాలయాలు హిందీకి సంబంధించిన కోర్సులను నిర్వహించుచున్నవి. బ్యాంకులు, మీడియా, ఫిల్మ్ ఇండస్ట్రీస్ మొదలగు రంగాలలో కూడా హిందీ ఆవశ్యకత (ఉపయోగం) రోజు రోజుకూ పెరిగిపోతూనే ఉంది. ఈ విధంగా ఈ రోజు హిందీ కొత్త కొత్త జీవన వృత్తులకు ప్రధాన భూమిక (ఆధారం) అయినది. హిందీతో తమ భవిష్యతను నిర్మించుకొనువారికి www. rajbhasha .nic. in., www. ildc.gov.in, www. bhashaindia. com, www. ssc. nic.in, www. parliamentofindia.nic. in,www. ibps. in,www.khsindia.org, www.hindinide shalaya.nic.in మొదలగు వెబ్ సైట్లు హిందీ సేవలో తత్పరత కలిగియున్నవి. మనందరికీ గర్వకారక విషయం ఏమిటంటే ప్రపంచం అంతా హిందీ గొప్పతనాన్ని తెలిసికొని ప్రతి సం||రం జనవరి 10వ తారీఖును విశ్వహిందీ దినోత్సవంగా జరుపుకొనుచున్నది. ఈ విధంగా హిందీ అంతర్జాతీయ వేదికపై కూడా శోభిల్లుచున్నది.

అవును, నీవు నీ చదువును కొనసాగించుటకు రెండవ భాషగా హిందీని ఎంపిక చేసికొను విషయంలో సలహా అడిగితివి. మనం జాతీయంగా, అంతర్జాతీయంగా హిందీ మహత్యాన్ని తెలిసికొనియున్నాము. మనం ఈ హిందీ భాష ద్వారా మన ఉజ్వల భవిష్యత్ ను నిర్మించుకొనవచ్చు. అందువలన నీవు నీ ముందలి చదువు కోసం ప్రథమ భాష లేదా ద్వితీయ భాషగా హిందీని ఎంపిక చేసుకొనడమే లాభదాయకము. నీవు హిందీతో సంబంధాన్ని కలిగియుండి అంతర్జాతీయ స్థాయిలో మన దేశ పేరును ప్రకాశింపజేస్తావని నాకు పూర్తి నమ్మకం ఉన్నది.

ఇంటిలోని పెద్దలకు నా నమస్కారములు తెలియజేయుము. నీ ఆరోగ్యం పట్ల పూర్తి జాగ్రత్త వహించవలెను.
నీ ప్రియ మిత్రుడు,
బశీర్ అహ్మద్

చిరునామా :
శ్రీ.యస్. అభినవ్ కుమార్,
10వ తరగతి,
ఏ.పీ. మోడల్ స్కూల్, వెలిదండ,
మహబూబ్ నగర్ – 509360.

अभिव्यक्ति-सृजनात्मकता

2 Marks Questions and Answers

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो या तीन वाक्यों में लिखिए।

प्रश्न 1.
राष्ट्रीय एकता की दृष्टि से हिन्दी का क्या महत्व है?
उत्तर:
भारत के स्वतंत्र संग्राम में देश को एकता के सूत्र में बाँधने का पवित्र कार्य हिन्दी भाषा के द्वारा ही साध्य हो सका। विभिन्न भाषाएँ बोलनेवाले, विभन्नि प्रान्तों के लगों को जोड़ने का पावन काम हिन्दी ही करती है। भारतीय भाषा, आसान भाषा और राष्ट्रीय भाषा होने के कारण जनता की भाषा बनकर सारे भारतीयों को एकता के सूत्र में बाँधती है। ।

प्रश्न 2.
हिंदी राजभाषा के रूप में कब गौरवान्वित हुई?
(या)
हिंदी को राजभाषा के रूप में कब गौरवान्वित किया है? क्यों?
उत्तर:
14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने अनुचछेद 343 (1) के तहत, हिंदी को राजभाषा के रूप में गौरवान्वित किया। इसका कारण ये हैं कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में देश को एकता के सुत्र में बाँधने के लिए एक भाषा की आवश्यकता हुई। जिसे सारे भारत के वासी जानते हैं। वैसे भाषा हिंदी, हिंदी अपने शब्दिक अर्थ से भी भारतीय कहलाती हैं।

प्रश्न 3.
“भारत में अनेक भाषाएँ हैं, फिर भी हिंदी को ही राष्ट्रभाषा का दर्जा मिला” – क्यों?
उत्तर:
भारत विशाल देश है। भारत में अनेक भाषाएँ बोली जाती हैं। भारत में हिन्दी बोलनेवालों की संख्या अधिक है। हिन्दी सबको जोड़ने का काम करती है। भारतीयों को एकता के सूत्र में बाँधने में हिन्दी सक्षम है। इसीलिए हिन्दी को ही राष्ट्रभाषा का दर्जा मिली।

प्रश्न 4.
हिंदी भाषा से रोजगार की संभावनाएँ अधिक हैं। कैसे ?
उत्तर:

  • हिंदी भाषी से रोजगार की संभावनाएँ अधिक हैं।
  • बैंक, मीडिया, फिल्म उद्योग आदि क्षेत्रों में हिंदी की उपयोगिता बढ़ रही है।
  • शिक्षा के क्षेत्र में भी रोजगार संबंधी हिंदी का प्रचार और प्रसार बढ़ रहा है।

प्रश्न 5.
बशीर अहमद ने अपने मित्र को आगे की पढ़ाई के लिए हिन्दी के संबंध में क्या सलाह दी?
उत्तर:
बशीर अहमद ने अपने मित्र को आगे की पढ़ाई के लिए हिंदी के संबंध में यह सलाह दी कि अल राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी का महत्वपूर्ण स्थान है। हम इससे अपने उच्चत भविच का निर्माण कर सकते हैं। इसलिए आगे की पढ़ाई के लिए प्रथम भाषा हो या द्वितीय भाषा, हिंदी का चयन करना ही लाभदायक है।

प्रश्न 6.
भारत के अलावा किन – किन देशों में हिंदी की मांग बढ़ रही है?
उत्तर:
भारत के अलावा बंग्लादेश, नेपाल, स्यांमार, भूटान, फिनी, मुकना, सूरीनाम, त्रिनिटाड एवं टुवेगो, दक्षिण अफ्रीका, बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सौदी अरब गणराज्य, श्रीलंका, अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी,
जापान, मारिशस, आस्ट्रेलिया आदि देशों में हिंदी की मांग बढ़ रही है ।

प्रश्न 7.
हिंदी की उपयोगिता किन – किन क्षेत्रों में बढ़ती जा रही है?
उत्तर:

  • हिंदी की उपयोगिता बैंक, मीडिया, फिल्म उद्योग आदि क्षेत्रों में बढ़ती जा रही है ।
  • हिंदी आज नये – नये रोजगारों का प्रमुख आधार बन चुकी है।

अभिव्यक्ति-सृजनात्मकता

4 Marks Questions and Answers

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर छह पंक्तियों में लिखिए।

प्रश्न 1.
हिंदी अनेकता में एकता को दर्शानेवाली भाषा है । अपने विचार व्यक्त कीजिए।
उत्तर:

  • हिंदी अनेकता में एकता को दर्शानेवाली भाषा है।
  • भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में देश को एकता के सूत्र में बाँधने हिंदी भाषा की ही आवश्यकता हुयी।
  • हिंदी से ही हम सारे भारत की पहचान अच्छी तरह कर सकते हैं।
  • हमें भारत के सभी प्रांतों से जुडने के लिए हिंदी की ही आवश्यकता है । क्योंकि हिंदी ही भारतीयों को एकता के सूत्र में बाँधती है।
  • भारत में विभिन्न जातियों, धर्मों और भाषाओं के लोग रहते हैं । इसलिए इस देश में विभिन्नता है । इस
    विभिन्नता को दूर करके उसमें एकता लानेवाली भाषा हिंदी ही है ।
  • भारत में हिंदी बोलनेवालों की संख्या अधिक है । इसलिए हिंदी एकता को बढ़ानेवाली भाषा है ।
  • हिंदी अपने शाब्दिक अर्थ से भी भारतीय कहलाती है ।

प्रश्न 2.
एक से अधिक भाषाएँ सीखने से क्या लाभ हैं?
उत्तर:

  • एक से अधिक भाषाएँ सीखने से हमें ये लाभ मिलते हैं
  • हमें सारे प्रांतों की पहचान अच्छी तरह होती है ।
  • सभी प्रांतों से हम जुड़ सकते हैं।
  • उद्योग धंधे, और जीविका के लिए अधिक भाषाओं की जानकारी की आवश्यकता है।
  • देश तथा विदेश भर में घूमने के लिए विविध भाषाओं की ज्ञान की आवश्यकता है।

प्रश्न 3.
भारत में हिंदी का प्रचार किन – किन संस्थाओं के द्वारा हो रहा है?
उत्तर:

  • भारत में हिंदी का प्रचार करने के लिए दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के नाम से आंध्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु आदि राज्यों में संस्थाएँ कार्यरत हैं।
  • इसके अलावा केंद्रीय हिंदी संस्थान हिंदी का प्रसार एवं प्रचार में योगदान दे रहा है ।
  • इनके अलावा अनेक वेबसाइट हिंदी की सेवा में तत्पर हैं – जिनमें मुख्य हैं – www. rajbasha. nic.in, www.basha india. com, www. ssc. nic.in आदी ।

प्रश्न 4.
भारत में हिंदी दिवस क्यों मनाया जा रहा है?
उत्तर:

  • भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में देश को एकता के सूत्र में बाँधने हिंदी भाषा की ही आवश्यकता हुयी।
  • हिंदी से हम सारे भारत की पहचान अच्छी तरह से कर सकते हैं ।
  • हमें भारत के सभी प्रांतों से जुडने के लिए हिंदी की आवश्यकता है।
  • देश के वर्तमान और भविष्य को ध्यान में रखकर भारतीय संविधान ने अनुच्छेद 343(1) के तहत हिंदी को 14 सितंबर 1949 को राज भाषा के रूप में गौरवान्वित किया है ।
  • इस कारण हम तब से हर वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस भारत में मनाते आ रहे हैं ।

अभिव्यक्ति-सृजनात्मकता

8 Marks Questions and Answers

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 8-10 पंक्तियों में लिखिए।

प्रश्न 1.
स्वतंत्रता संग्राम में हिन्दी भाषा की भूमिका महत्वपूर्ण है। अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:

  • स्वतंत्रता संग्राम में हिंदी भाषा की भूमिका महत्वपूर्ण है।
  • भारत देश अनेक छोटे – छोटे राज्यों में विभाजित था।
  • भारत को एकता के सूत्र में बाँधने के लिए एक भाषा की ज़रूरत थी।
  • स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए अनेक प्रकार के आंदोलन चलाये गये।
  • देश को आपस में जोड़ने के लिए एक कड़ी की ज़रूरत है।
  • उनमें हिंदी की भूमिका महान है।
  • देश के विविध प्रांतों के लोगों को मिलाने में हिंदी का स्थान महत्वपूर्ण रह्या

प्रश्न 2.
अब हिन्दी न केवल भारत की बल्कि विश्व की भाषा बन चुकी है। इस कथन पर अपने विचार बताइए।
(या)
आज हिंदी भारत की ही नहीं बल्कि विश्व की भाषा बन चुकी है। अपने विचार स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:

  • आज हिंदी केवल राष्ट्र भाषा ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में अवतरित हुयी।
  • इसलिए आजकल हिंदी विश्व भाषा है ।
  • आज भारत के अलावा बंग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, भूटान, फिजी, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिडाड एवं टुबेगो, दक्षिण अफ्रीका, बहरीन, कुवैत, ओमन, कतर, सौदी अरब गणराज्य, श्रीलंका, अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, जापान, मॉरिशस, आस्ट्रेलिया आदि देशों में हिंदी की मांग बढ़ती ही जा रही है।
  • विदेशों में भी हिंदी में रचनाएँ लिखी जा रही हैं।
  • विदेशों में भारतीयों से आपसी व्यवहार के लिए वहाँ के लोग भी हिंदी सीख रहे हैं।
  • विदेशी हिंदी साहित्यकारों का योगदान भी मिल रहा है।
  • अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी कई संस्थाएँ हिंदी के प्रसार एवं प्रचार में जुटी हुई हैं।
  • आज विश्व भर में करीब डेढ़ सौ से अधिक विश्वविद्यालय हिंदी संबंधी कोसों का संचालन कर रहे हैं।
  • सारे विश्व में 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिक्स मनाया जाता है।

इसलिए कह सकते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी भाषा का महत्व अधिक है। उपर्युक्त इन सभी विषयों से हम कह सकते हैं कि आज हिंदी भारत की ही नहीं बल्कि विश्व की भाषा बन चुकी है।

प्रश्न 3.
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी की उन्नति व प्रगति पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
भारत एक विशाल देश है। इसकी गौरवशाली परंपरा है। भारत की राष्ट्र भाषा बनने का सौभाग्य हिंदी को ही मिला है। यह सबकी संस्कृति, सभ्यता का गरिमा का प्रतीक है।

  • अब हिंदी न केवल भारत की बल्कि विश्व की भाषा बन चुकी है।
  • संसार के विविध क्षेत्रों में हिंदी करोड़ों लोगों की जीविका बन चुकी है।
  • आज भारत के अलावा बंग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, भूटान, फिजी, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिडाड एवं दुबेगो, द.अफ्रीका, बहरीन, कुवैत, ओमान, कत्तर, सौदी अरब गण राज्य, श्रीलंका, अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, जापान, मॉरिशस और ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में हिंदी की माँग बढ़ती ही जा रही है। विदेशों में भी हिंदी की रचनाएँ लिखी जा रही हैं।
  • इसमें वहाँ के साहित्यकारों का भी योगदान है। : विदेशों में भारतीयों से आपसी व्यवहार के लिए वहाँ के लोग भी हिंदी सीख रहे हैं।
  • भारत के अलावा अन्य देशों में भी कई संस्थाएँ हिंदी के प्रचार व प्रसार में जुटी हुई हैं।
  • आज विश्व भर में करीब डेढ़ सौ से अधिक विश्व विद्यालय हिंदी संबंधी कोसों का संचालन कर रहे हैं।
  • बैंक, मीडिया. फिल्म उद्योग आदि क्षेत्रों में हिंदी की उपयोगिता दिन – ब – दिन बढ़ती ही जा रही है।
  • हिंदी नये – नये रोजगारों का प्रमुख आधार बन चुकी है।
  • सारा विश्व हिंदी का महत्त्व जान चुका है। – हर वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाते हैं। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि हिंदी “विश्व

प्रश्न 4.
‘अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी भाषा का क्या महत्व है?
उत्तर:

  • आज हिंदी केवल राष्ट्र भाषा ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में अवतरित हुयी।
  • इसलिए आजकल हिंदी विश्व भाषा है ।
  • आज भारत के अलावा बंग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, भूटान, फिजी, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिडाड एवं टुबेगो, दक्षिण अफ्रीका, बहरीन, कुवैत, ओमन, कत्तर, सौदी अरब गणराज्य, श्रीलंका, अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, जापान, मॉरिशस, आस्ट्रेलिया आदि देशों में हिंदी की माँग बढ़ती ही जा रही है।
  • विदेशों में भी हिंदी में रचनाएँ लिखी जा रही हैं।
  • विदेशों में भारतीयों से आपसी व्यवहार के लिए वहाँ के लोग भी हिंदी सीख रहे हैं ।
  • विदेशी हिंदी साहित्यकारों का योगदान भी मिल रहा है।
  • अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी कई संस्थाएँ हिंदी के प्रसार एवं प्रचार में जुटी हुई हैं ।
  • आज विश्व भर में करीब डेढ़ सौ से अधिक विश्वविद्यालय हिंदी संबंधी कोसों का संचालन कर रहे हैं।
  • सारे विश्व में 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है ।

इसलिए कह सकते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी भाषा का महत्व अधिक है।

प्रश्न 5.
भारत के सभी प्रांतों को जोड़ने में हिंदी की क्या भूमिका है?
उत्तर:

  • हिंदी दिलों को जोडनेवाली भाषा है, तोडनेवाली नहीं ।
  • भारत देश के कई राज्यों में हिंदी बोली जाती है।
  • भारत देश में हिंदी बोलने वालों की संख्या अधिक है।
  • अर्थात् देश भर में कई करोड़ों लोग हिंदी को अच्छी तरह बोल एवं जान सकते हैं ।
  • स्वतंत्रता संग्राम में भी हिंदी भाषा देश को एकता के सूत्र में बाँधी ।
  • आज हमें एक से अधिक भाषाएँ सीखना ज़रूरी है।
  • जिनमें हिंदी का योगदान ही अधिक है।
  • हिंदी से हम सारे भारत की पहचान अच्छी तरह से कर सकते हैं।
  • भारत के अलग – अलग प्रांतों में अलग – अलग भाषाएँ बोली जाती हैं।
  • इसलिए हमें सभी प्रांतों से जुड़ने के लिए हिंदी भाषा की ही आवश्यकता है ।

प्रश्न 6.
‘हिंदी को भारत की राज भाषा का दर्जा दिया गया । क्यों?
उत्तर:

  • हिंदी दिलों को जोडनेवाली भाषा है, तोडनेवाली नहीं ।
  • भारत देश के कई राज्यों में हिंदी बोली जाती है ।
  • भारत देश में हिंदी बोलने वालों की संख्या अधिक है।
  • अर्थात् देश भर में कई करोडों लोग हिंदी को अच्छी तरह बोल एवं जान सकते हैं |
  • स्वतंत्रता संग्राम में भी हिंदी भाषा देश को एकता के सूत्र में बाँधी ।
  • आज हमें एक से अधिक भाषाएँ सीखना ज़रूरी है।
  • जिनमें हिंदी का योगदान ही अधिक है।
  • हिंदी से हम सारे भारत की पहचान अच्छी तरह से कर सकते हैं।
  • भारत के अलग – अलग प्रांतों में अलग – अलग भाषाएँ बोली जाती हैं।
  • हमें सभी प्रांतों से जुडने के लिए हिंदी भाषा की ही आवश्यकता है ।
    इसलिए हिंदी को भारत की राज भाषा का दर्जा दिया गया ।

प्रश्न 7.
भारत की एकता को बनाये रखने की शक्ति हिंदी में हैं – अपने शब्दों में लिखिए ।
(या)
भारत की एकता को बनाये रखने में हिंदी का स्थान महत्वपूर्ण है। समझाइए।
उत्तर:

  • भारत की एकता को बनाये रखने की शक्ति हिंदी में ही है।
  • इस प्रकार कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं है ।
  • हिंदी भाषा भारत के स्वतंत्रता संग्राम में देश को एकता के सूत्र में बाँधी ।
  • हिंदी से हम सारे भारत की पहचान अच्छी तरह से कर सकते हैं ।
  • हमें भारत के सभी प्रांतों से जुडने के लिए हिंदी का ही विशेष महत्व एवं भूमिका है।
  • हिंदी सारे भारतीयों को एकता के सूत्र में बाँधती है ।
  • हिंदी अपनी शाब्दिक अर्थ से भी भारतीय कहलाती है।
  • भारत देश में विभिन्न जातियों, धर्मों और भाषाओं के लोग रहते हैं ।
  • इसलिए भारत देश में विभिन्नता है।
  • हिंदी भाषा इस विभिन्नता में एकता लाती है ।
  • क्योंकि देश में हिंदी बोलनेवालों की संख्या अधिक है ।
  • हिंदी.दिलों को जोड़ने वाली भाषा है, तोडने वाली नहीं ।

इसलिए हम कह सकते हैं कि भारत की एकता को बनाये रखने की शक्ति हिंदी में है।

प्रश्न 8.
अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी की मांग बढ़ रही है । इसके क्या कारण हैं?
उत्तर:

  • आज भारत के अलावा कई देशों में अर्थात अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी की माँग बढ़ रही है । इसके ये कारण बता सकेंगे
  • अन्य देशों में भी हिंदी में रचनाएँ लिखी जा रही हैं जिसमें वहाँ के साहित्यकारों का भी विशेष योगदान
  • विदेशों में भारतीयों से आपसी व्यवहार करने के लिए वहाँ के लोग भी हिंदी सीख रहे हैं।
  • आज हिंदी विश्व भाषा रूप में अवतरित होने के कारण भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी की मांग बढ़ रही है।
  • आजकल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी में उद्योग धंधे अधिक मिलने के कारण भी आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी की मांग बढ़ रही है ।
  • हिंदी आसानी से सीखी जानेवाली भाषा है।
  • इस कारण से भी हिंदी की माँग अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है।

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