BSEB Class 12 Political Science Contemporary South Asia Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Contemporary South Asia Book Answers |
Bihar Board Class 12th Political Science Contemporary South Asia Textbooks Solutions PDF
Bihar Board STD 12th Political Science Contemporary South Asia Books Solutions with Answers are prepared and published by the Bihar Board Publishers. It is an autonomous organization to advise and assist qualitative improvements in school education. If you are in search of BSEB Class 12th Political Science Contemporary South Asia Books Answers Solutions, then you are in the right place. Here is a complete hub of Bihar Board Class 12th Political Science Contemporary South Asia solutions that are available here for free PDF downloads to help students for their adequate preparation. You can find all the subjects of Bihar Board STD 12th Political Science Contemporary South Asia Textbooks. These Bihar Board Class 12th Political Science Contemporary South Asia Textbooks Solutions English PDF will be helpful for effective education, and a maximum number of questions in exams are chosen from Bihar Board.Bihar Board Class 12th Political Science Contemporary South Asia Books Solutions
Board | BSEB |
Materials | Textbook Solutions/Guide |
Format | DOC/PDF |
Class | 12th |
Subject | Political Science Contemporary South Asia |
Chapters | All |
Provider | Hsslive |
How to download Bihar Board Class 12th Political Science Contemporary South Asia Textbook Solutions Answers PDF Online?
- Visit our website - Hsslive
- Click on the Bihar Board Class 12th Political Science Contemporary South Asia Answers.
- Look for your Bihar Board STD 12th Political Science Contemporary South Asia Textbooks PDF.
- Now download or read the Bihar Board Class 12th Political Science Contemporary South Asia Textbook Solutions for PDF Free.
BSEB Class 12th Political Science Contemporary South Asia Textbooks Solutions with Answer PDF Download
Find below the list of all BSEB Class 12th Political Science Contemporary South Asia Textbook Solutions for PDF’s for you to download and prepare for the upcoming exams:Bihar Board Class 12 Political Science समकालीन दक्षिण एशिया Textbook Questions and Answers
प्रश्न 1.
देशों की पहचान करें: –
(क) राजतंत्र, लोकतंत्र-समर्थक समूहों और आतकंवादियों के बीच संघर्ष के कारण राजनीतिक अस्थिरता का वातावरण बना।
(ख) चारों तरफ भूमि से घिरा देश।
(ग) दक्षिण एशिया का वह देश जिसने सबसे पहले अपनी अर्थव्यवस्था का उदारीकरण किया।
(घ) सेना और लोकतंत्र-समर्थक समूहों के बीच संघर्ष में सेना ने लोकतंत्र के ऊपर बाजी मारी।
(ङ) दक्षिण एशिया के केन्द्र में अवस्थित। इन देशों की सीमाएं दक्षिण एशिया के अधि कांश देशों से मिलती हैं।
(च) पहले इस द्वीप में शासन की बागडोर सुल्तान के हाथ में थी। अब यह गणतंत्र है।
(छ) ग्रामीण क्षेत्र में छोटी बचत और सहकारी ऋण को पवस्था के कारण इस देश को गरीबी कम करने में मदद मिली है।
(ज) एक हिमालयी देश जहां संवैधानिक राजतंत्र है। यह देश भी हर तरफ से भूमि से घिरा है।
उत्तर:
(क) नेपाल
(ख) बांग्लादेश
(ग) श्रीलंका
(घ) पाकिस्तान
(ङ) भारत
(च) मालदीव
(छ) चीन
(ज) भूटान
प्रश्न 2.
दक्षिण एशिया के बारे में कौन-सा कथन गलत है?
(क) दक्षिण एशिया में सिर्फ एक तरह की राजनीतिक प्रणाली चलती है।
(ख) बांग्लादेश और भारत ने नदी-जल की हिस्सेदारी के बारे में एक समझौते पर हस्ताक्षर, किये हैं।
(ग) ‘साफ्ट’ पर हस्ताक्षर इस्लामाबाद के 12वें सार्क सम्मेलन में हुए।
(घ) दक्षिण एशिया की राजनीति में चीन और संयुक्त राज्य अमरीका महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उत्तर:
(क) दक्षिण एशिया में सिर्फ एक तरह की राजनीतिक प्रणाली चलती है।
प्रश्न 3.
पाकिस्तान की लोकतंत्रीकरण में कौन-कौन सी कठिनाइयाँ हैं?
उत्तर:
पाकिस्तान की लोकतंत्रीकरण में कठिनाइयाँ –
- यहां सेना, धर्मगुरु और भूस्वामी वर्ग का सामाजिक दबदबा है। इसके कारण कई बार निर्वाचित सरकारों को गिराकर सैनिक शासन स्थापित हुआ।
- पाकिस्तान का भारत से तनाव होने के कारण, सेवा समर्थक समूह अधिक मजबूत हैं। वे तर्क देते हैं कि पाकिस्तान के राजनैतिक दलों और लोकतंत्र में खोट हैं इसलिए पाकिस्तान खतरे में पड़ सकता है।
- पाकिस्तान में लोकतांत्रिक शासन चलाने के लिए विशेष अंतर्राष्ट्रीय समर्थन नहीं मिलता। इसलिए सेना हावी होती है।
- संयुक्त राज्य अमेरीका तथा पश्चिमी देशों ने स्वार्थवश पाकिस्तान में सैनिक शासन को बढ़ावा दिया।
प्रश्न 4.
नेपाल के लोग अपने देश में लोकतंत्र को बहाल करने में कैसे सफल हए?
उत्तर:
नेपाल के लोगों द्वारा अपने देश में लोकतंत्र को बहाल करने के तरीके –
- प्रारंभ में नेपाल में संवैधानिक राजतंत्र था। इस दौर में भी राजनीतिक दल और आम जनता स्वतंत्र और उत्तरदायी शासन की आवाज उठाती रही।
- लोकतांत्रिक आंदोलनों के फलस्वरूप 1990 में नए लोकतांत्रिक संविधान की मांग को राजा को स्वीकार करना पड़ा परंतु यह केवल 2002 तक चला।
- अप्रैल 2006 में देशस्तर पर लोकतंत्र समर्थकों ने भीषण आंदोलन किया, फलस्वरूप राजा ज्ञानेन्द्र ने विवश होकर संसद को बहाल किया।
- नेपाल में लोकतंत्र अभी अपने पूर्ण स्वरूप में कार्य नहीं कर रहा है। वहा संविधान सभा के गठन की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। यह संविधान सभा नेपाल का संविधान लिखेगी। कुछ लोगों का कहना है कि अंलकारिक अर्थों में राजा का पद कायम रखना जरूरी है।
प्रश्न 5.
श्रीलंका ने जातीय-संघर्ष में किसकी भूमिका प्रमुख है?
उत्तर:
श्रीलंका के जातीय-संघर्ष में भूमिका:
- श्रीलंका के जातीय संघर्ष में उन लोगों की महत्त्वपूर्ण भूमिका है जिसकी मांग है कि श्रीलंका के एक क्षेत्र को अलग राष्ट्र बनाया जाए।
- श्रीलंका की राजनीति पर बहुसंख्यक सिंहली समुदाय के हितों का नेतृत्व करने वालों का बोलबाला था। ये लोग भारत से आई तमिल आबादी के खिलाफ थे। वे तमिल लोगों की उपेक्षा करते हैं। फलस्वरूप तमिल राष्ट्रवाद की आवाज बुलंद हो गई।
- उग्र तमिल संगठन लिट्टे का निर्माण हुआ जो श्रीलंकाई सेना के साथ संघर्ष कर रही है।
प्रश्न 6.
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में क्या समझौते हुए?
उत्तर:
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के समझौते:
- भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध के पश्चात् दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने शिमला में एक समझौता किया जिसके अनुसार दोनों देशों की सेनाओं को युद्ध से पूर्व की सीमाओं पर वापस जाने की घोषणा की गई।
- इसमें यह भी शर्त रखी गई कि दोनों देशों के बीच डाक-तार सेवा व संचार व्यवस्था चलती रहेगी। आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में दोनों देश एक-दूसरे की सहायता करेंगे।
- 1978 में भारत के विदेश मंत्री पाकिस्तान में वार्ता के लिए गये और बाद में सलाल बांध के संबंध में दोनों देशों में समझौता हुआ।
- दोनों देशों के बीच मौजूद बड़ी समस्याओं के समाधान के लिए सम्मेलनों में नेता बात करते हैं।
- पिछले 5 वर्षों के दौरान दोनों देशों के पंजाब वाले हिस्से के बीच कई बस मार्ग खुले हैं। अब वीजा आसानी से मिल जाता है।
प्रश्न 7.
ऐसे दो मसलों के नाम बताएं जिन पर भारत-बांग्लादेश के बीच आपसी सहयोग है और इस तरह दो ऐसे मसलों के नाम बताएं जिन पर असहमति है।
उत्तर:
भारत-बांग्लादेश के बीच आपसी सहयोग के मसले:
- पिछले 10 वर्षों के दौरान दोनों के बीच आर्थिक संबंध अधिक बेहतर हुए है। बांग्लादेश भारत के ‘पूरब चलो’ की नीति का हिस्सा है। इस नीति के अंतर्गत म्यांमार के द्वारा दक्षिण पूर्व एशिया से संपर्क साधने की बात है।
- आपदा प्रबंधन और पर्यावरण के मसले पर भी दोनों देशों ने निरंतर सहयोग किया है। भारत-बांग्लादेश के बीच असहमति के मसले:
(क) गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी के जल में हिस्सेदारी पर मतभेद है।
(ख) भारत सेना को पूर्वोत्तर भारत में जाने के लिए अपने क्षेत्र से मार्ग देने में बांग्लादेश सहमत नहीं है।
प्रश्न 8.
दक्षिण एशिया में द्विपक्षीय संबंधों को बाहरी शक्तियों कैसे प्रभावित करती है?
उत्तर:
दक्षिण एशिया में द्विपक्षीय संबंधों पर बाहरी शक्तियों का प्रभाव –
- चीन और संयुक्त राज्य अमरीका दक्षिण एशिया की राजनीति में अहम भूमिका निभाते हैं और द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित करते हैं।
- पिछले 10 वर्षों में भारत और चीन के संबंध बेहतर हुए है, परंतु चीन की रणनीति साझेदारी पाकिस्तान के साथ है और यह भारत-चीन संबंधों में एक बड़ी कठिनाई है।
- शीतयुद्ध के बाद दक्षिण एशिया में अमरीकी प्रभाव तेजी से बढ़ा है। वह भारत पाक कि बीच लगातार मध्यस्थल की भूमिका निभा रही है।
प्रश्न 9.
दक्षिण एशिया के देशों के बीच आर्थिक सहयोग की राह तैयार करने में दक्षेस (सार्क) की भूमिका और सीमाओं का आलोचनात्मक मूल्यांकन करें। दक्षिण एशिया की बेहतरी में ‘दक्षेस’ (सार्क) ज्यादा बड़ी भूमिका निभा सके, इसके लिए आप क्या सूझाव देंगें?
उत्तर:
दक्षिण एशिया के देशों के बीच आर्थिक सहयोग की राह तैयार करने में दक्षेस (सार्क) की भूमिका –
- दक्षेस के सदस्य देशों ने 2002 में दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार-क्षेत्र समझौते (SAFTA) पर हस्ताक्षर किये हैं। इसमें पूरे दक्षिण एशिया के लिए मुक्त व्यापार क्षेत्र बनाने का वायदा है।
- इस समझौते का यह भी लक्ष्य है कि इन देशों के बीच आपसी व्यापार में लगने वाले सीमा शुल्क को 2007 तक 20% कम कर दिया जाए।
दक्षेस की बड़ी भूमिका के लिए सुझाव –
- दक्षेस के देशों को आपसी आशंकायें समाप्त करनी चाहिए। ऐसा करने से इन देशों के संसाधनों का उचित विकास हो सकता है।
- साफ्ट से इस क्षेत्र के सभी देशों को तभी फायदा होगा जब सभी देश एक-दूसरे को सहयोग देंगे और अपने मतभेद दूर कर लेंगें।
प्रश्न 10.
दक्षिण एशिया के देश एक-दूसरे पर अविश्वास करते हैं। इससे अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर यह क्षेत्र एकजुट होकर अपना प्रभाव नहीं जमा पाता। इस कथन की पुष्टि में कोई भी दो उदाहरण दें और दक्षिण एशिया को मजबूत बनाने के लिए उपाये सुझाएँ।
उत्तर:
यह सही है कि दक्षिण एशिया के देश एक-दूसरे पर अविश्वास करते हैं। इसलिए अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर यह क्षेत्र एकजुट होकर अपना प्रभाव नहीं जमा पाता। इसके उदाहरण निम्नलिखित हैं –
- भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे पर अविश्वास करते हैं। इसलिए दोनों के परमाणु शक्ति सम्पन्न होने पर भी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर इसका कोई प्रभाव नहीं है और अमरीका आये दिन हस्तक्षेप करता है। यदि दोनों एक-दूसरे पर विश्वास करें तो यह हस्तक्षेप और आतंकवादी कार्यवाहिया बंद हो जायेंगी।
- दक्षिण एशिया के छोटे देश भारत पर शक करते है कि वह उनकी कमजोरी का लाभ उठा रहा है। भारत नहीं चाहता कि इन देशों में राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो। उसे भय लगता है कि ऐसी स्थिति में बाहरी ताकतों को इस क्षेत्र में प्रभाव जमाने में मदद मिलेगी।
दक्षिण एशिया के देशों को मजबूत बनाने के लिए सभी देशों को एक-दूसरे देशों पर विश्वास बढ़ाना होगा और एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए। अपने मतभेदों को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर नहीं उछालना चाहिए। उन्हें आपस में एक-दूसरे का आर्थिक सहयोग करना चाहिए ताकि कमजोर देश अपनी आर्थिक कठिनाइयों से उबर सके।
प्रश्न 11.
दक्षिण एशिया के देश भारत को एक बहुबली समझते हैं जो इस क्षेत्र के छोटे देशों पर अपना दबदबा जमाना चाहता है और उनके अंदरूनी मामलों में दखल देता है। इन देशों की ऐसी सोच के लिए कौन-कौन सी बातें जिम्मेदार हैं?
उत्तर:
इन देशों की ऐसी सोच के लिए निम्नलिखित बातें जिम्मेदार हैं –
- भारत का आकार विशाल है और यह शक्तिशाली है। ऐसे में अपेक्षाकृत छोटे देशों का भारत के इरादों को लेकर शंकालु सोच बनाना उचित है।
- भारत सरकार प्रायः अनुभव करती है कि उसके पड़ोसी देश उसका गलत लाभ उठा रहे है। भारत नहीं चाहता है कि इन देशों में राजनीतिक अस्थिरता उत्पन्न हो।
- भारत को इस बात का डर रहता है कि भारत के हस्तक्षेप करने से बाहरी शक्तियों को इस क्षेत्र में प्रभाव जमाने का अवसर मिल जायेगा।
- छोटे देशों को यह आभास रहता है कि भारत दक्षिण एशिया में अपना प्रभुत्व स्थापित करना चाहता है।
Bihar Board Class 12 Political Science समकालीन दक्षिण एशिया Additional Important Questions and Answers
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1.
दक्षिण एशिया क्या है?
उत्तर:
- यह एक विशिष्ट प्राकृतिक क्षेत्र है जो उत्तर में विशाल हिमालय पर्वत से लेकर दक्षिण में हिंद महासागर तक एवं पूर्व में बंगाल की खाड़ी से लेकर पश्चिम में अरब सागर तक फैला हुआ है।
- प्रायः इसमें सात देश-बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं।
प्रश्न 2.
समकालीन दक्षिण एशिया विश्व की नजर में क्यों महत्त्वपूर्ण है?
उत्तर:
- भारत और पाकिस्तान दोनों ने स्वयं को परमाणु सम्पन्न राष्ट्रों की बिरादरी में स्थापित कर लिया हैं।
- इस क्षेत्र में कई विवाद और संघर्ष चल रहे हैं। कई देशों के बीच सीमा और नदी जल बंटवारे को लेकर विवाद कायम है। इसके अलावा विद्रोह, जातीय संघर्ष और संसाधनों के विभाजन को लेकर भी संघर्ष हैं। इन कारणों से यह इलाका बहुत अधिक संवेदनशील है।
प्रश्न 3.
नेपाल में राजनीतिक प्रणाली में क्या परिवर्तन आया है?
उत्तर:
- नेपाल एक शुद्ध हिंदू देश है और यहां 2006 तक संवैधानिक राजतंत्र स्थापित था और इस बात का हमेशा खतरा था कि राजा कार्यपालिका की संपूर्ण शक्ति अपने हाथ में ले लेगा।
- 2006 में एक सफल विद्रोह के द्वारा लोकतंत्र की बहाली हुई और राजा के अधिकार अति सीमित रहा गये हैं।
प्रश्न 4.
पाकिस्तान के किन नेताओं के काल में पाकिस्तान में लोकतांत्रिक प्रणाली थी?
उत्तर:
- जुल्फिकार अली भुट्टो
- श्रीमति बेनजीर भुट्टो
- नवाज शरीफ
प्रश्न 5.
मालदीव की राजनीतिक प्रणाली का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
- 1968 तक यहां सुल्तानों का शासन होता था परंतु 1968 में यहां गणतंत्र की स्थापना हुई और यहां शासन की अध्याक्षात्मक प्रणाली अपनायी गई।
- 2005 के जून में मालदीव की संसद ने बहुदलीय प्रणाली को अपनाने के पक्ष में एकमत से मतदान किया। 2005 के निर्वाचनों के पश्चात् यहां लोकतंत्र मजबूत हुआ है, क्योंकि इस चुनाव में विपक्षी दलों को कानूनी मान्यता प्रदान कर दी गयी है।
प्रश्न 6.
बांग्लादेश की स्थापना कैसे हुई?
उत्तर:
- पाकिस्तान के जनरल याहिया खान के सैनिक शासन के दौरान 1971 ई० में भारत-पाकिस्तान का युद्ध हुआ। युद्ध में पाकिस्तान पराजित हुआ।
- युद्ध के परिणामस्वरूप पूर्वी पाकिस्तान टूटकर एक स्वतंत्र देश बना जो बांग्लादेश कहलाया।
प्रश्न 7.
शिमला समझौता कब और कैसे हुआ?
उत्तर:
- 1971 ई० में बांग्लादेश की मुक्ति को लेकर भारत और पाकिस्लन में युद्ध हुआ जिसमें पाकिस्तान बुरी तरह पराजित हुआ और अनेक पाकिस्तानी युनगंदी बोगये।
- आगे चलकर दोनों देशों के बीच राजनायिक संबंध सामान्य बनाने के लिए पाकिस्तान की पहल पर शिमला में दोनों प्रधानमंत्रियों में (इंदिरा गांधी और जुल्फिकार अली भुट्टो) 2 जुलाई, 1972 को समझौता हुआ। इसी राजनायिक समझौते को शिमला समझौता कहते हैं।
प्रश्न 8.
जनरल परवेज मुशर्रफ किस प्रकार पाकिस्तान के तानाशाह शासक बन गये?
उत्तर:
- बेनजीर भुट्टों और नवाज शरीफ की निर्वाचित सरकार 1999 तक कायम रही। 1999 मे पुनः सेना ने हस्तक्षेप किया और जनरल परवेज मुशर्रफ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को हटाकर स्वयं शासक बन बैठे।
- 2001 में परवेज मुशर्रफ ने अपना निर्वाचन राष्ट्रपति के रूप में कराया। पाकिस्तान में वर्तमान में नवाज शरीफ का शासन है।
प्रश्न 9.
पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) के लोग पश्चिमी पाकिस्तान (पाकिस्तान) के क्यों खिलाफ थे?
उत्तर:
- पूर्वी पाकिस्तान के लोग पश्चिमी पाकिस्तान के दबदबे और अपने ऊपर उर्दू भाषा को लादने के खिलाफ थे।
- पाकिस्तान के निर्माण के तुरंत बाद ही यहां के लोगों ने बंगाली संस्कृति और भाषा के साथ किये जा रहे दुर्व्यवहार के खिलाफ विरोध जताना शुरू कर दिया।
प्रश्न 10.
बांग्लादेश के संविधान की क्या विशेषता थी?
उत्तर:
- बांग्लादेश ने अपने संविधान में स्वयं को धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक तथा समाजवादी देश घोषित किया।
- 1975 में शेख मुजीबुर्रहमान ने संविधान में संशोधन कराया और संसदीय प्रणाली की जगह अध्यक्षात्मक शासन प्रणाली को मान्यता मिली। उन्होंने अपनी पार्टी आवामी लीग को छोड़कर अन्य सभी पार्टियों को समाप्त कर दिया।
प्रश्न 11.
नेपाल में वर्तमान लोकतंत्र कब और कैसे स्थापित हुआ?
उत्तर:
- नेपाल में 2002 में राजा ने संसद को भंग कर लोकतंत्र समाप्त कर दिया था और सरकार को गिरा दिया था।
- अप्रैल 2006 में यहां देशव्यापी लोकतंत्र समर्थकों ने बड़े पैमाने पर आंदोलन किये। उनका आंदोलन सफल हुआ और राजा ज्ञानेन्द्र ने विवश होकर संसद को बहाल किया। वस्तुतः यह नेपाल के सात दलों के गठबंधन, माओवादी एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं का प्रयास था।
प्रश्न 12.
दुर्गा थापा क्यों प्रसिद्ध है?
उत्तर:
- नेपाल की यह महिला लोकतंत्र समर्थक है। उसने इसे स्थापित करने के लिए काठमांडू में 1990 में एक विशाल रैली निकाली। इसके बाद भी वे लोकतंत्र बहाली के कार्य में लगी रहीं।
- अंतत: 2006 में उन्हें सफलता मिली और नेपाल में लोकतांत्रिक शासन स्थापित हुआ। उन्होंने इसके लिए एक विशाल उत्सव का आयोजन किया।
प्रश्न 13.
शांति सेना क्या है। इसे श्रीलंका में सफलता क्यों नहीं मिली?
उत्तर:
- 1987 में भारतीय सरकार श्रीलंका के तमिल मसले में प्रत्यक्ष रूप से शामिल हुई। भारत की सरकार ने श्रीलंका से एक समझौता किया तथा श्रीलंका सरकार और तमिलों के बीच संबंध सामान्य करने के लिए एक भारतीय सेना भेजी जो ‘शांति सेना’ कहलायी।
- भारतीय सेना लिट्टे के साथ युद्ध में फंस गई। भारतीय सेना की उपस्थिति को श्रीलंका की जनता ने विशेष पसंद नहीं किया। फलस्वरूप :989 में भारत ने अपनी शांति सेना वापस बुला ली।
प्रश्न 14.
श्रीलंका की अर्थव्यवस्था की विशेषतायें बताइए।
उत्तर:
- जातीय संघर्ष के बावजूद उसका आर्थिक विकास उच्च स्तर का रहा। उसने विकासशील देशों में सर्वप्रथम जनसंख्या की वृद्धि दर पर नियंत्रण स्थापित किया।
- दक्षिण एशिया के देशों में श्रीलंका यह प्रथम देश है जिसने एशिया के देशों में सर्वप्रथम अपनी अर्थव्यवस्था का उदारीकरण किया। इस देश का प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा है।
प्रश्न 15.
भारत पाकिस्तान में संघर्ष का कारण क्या है?
उत्तर:
- दोनों देशों के संघर्ष का मुख्य कारण कश्मीर है। पाकिस्तान की सरकार का दावा था। कि कश्मीर पाकिस्तान का है। इसको लेकर दोनों देशों के बीच 1947-48 और 1965 में दो बार युद्ध हुए।
- 1948 के युद्ध के फलस्वरूप कश्मीर दो भागों में बंट गया। एक हिस्सा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर कहलाया जबकि दूसरा हिस्सा भारत का जम्मू कश्मीर प्रान्त बना। दोनों के बीच नियंत्रण रेखा है। 1971 में दोनों के बीच फिर युद्ध हुआ था।
प्रश्न 16.
आई एस आई (ISI) क्या है?
उत्तर:
- यह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी है जिसका पूरा नाम इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (Inter Services Intelligence) है।
- इस एजेंसी द्वारा पाकिस्तान भारत की गुप्त बातों की जानकारी प्राप्त करता है। इस पर बांग्लादेश और नेपाल के गुप्त ठिकानों से पूर्वोत्तर भारत में भारत विरोधी अभियानों में संलग्न होने का आरोप है।
प्रश्न 17.
सिंघु जल संधि क्या है?
उत्तर:
- 1960 में विश्व बैंक की सहायता से भारत और पाकिस्तान ने ‘सिंधु जल संधि’ पर हस्ताक्षर किये और यह संधि भारत और पाकिस्तान के बीच कई सैनिक संघर्षों के बावजूद भी कायम है।
- संधि होने के बाद भी इसकी व्याख्या और नदी जल के इस्तेमाल को लेकर अभी भी कुछ छोटे विवाद है।
प्रश्न 18.
‘भारत और नेपाल के बीच मधुर संबंध है’ एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
भारत और नेपाल के बीच मधुर संबंध के विरले ही उदाहरण मिलते हैं। दोनों देशों के बीच एक विशेष संधि हुई। इस संधि के अंतर्गत दोनों देशों के नागरिक एक दूसरे के देश में बिना पासपोर्ट (पार-पत्र) और वीजा के आ जा सकते है और काम कर सकते हैं।
प्रश्न 19.
भारत और मालदीव के संबंधों का खुलासा कीजिए।
उत्तर:
- मालदीव के साथ भारत के संबंध सौहार्दपूर्ण तथा गर्मजोशी से भरे हैं। 1988 में श्रीलंका के भाड़े के तमिल सैनिकों ने जब मालदीव पर हमला किया तब मालदीव ने आक्रमण रोकने के लिए भारत से सहायता मांगी तो भारत के वायुसेना और नौसेना ने तुरंत कार्यवाही की।
- भारत ने मालदीव के आर्थिक विकास पर्यटन और मत्स्य उद्योग में भी सहायता की है।
प्रश्न 20.
दक्षेस या सार्क (SAARC) क्या है?
उत्तर:
- दक्षेस (South Asian Association for Regional Cooperation) दक्षिण एशियाई देशों द्वारा बहुस्तरीय साधनों से आपस में सहयोग करने की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम है।
- इसका आरंभ 1985 में हुआ। इसके देशों के बीच आपसी मतभेद है। इसलिए इसको अधिक सफलता नहीं मिली है।
प्रश्न 21.
साफ्टा (SAFTA) क्या है?
उत्तर:
- दक्षेस के सदस्य देशों ने 2002 में ‘दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र समझौते’ (South Asian Free Trade Area Agreement) पर हस्ताक्षर किये।
- इसमें संपूर्ण दक्षिण एशिया के लिए मुक्त व्यापार क्षेत्र बनाने का वायदा है। यदि दक्षिण एशिया के सभी देश इससे सहमत हो जायें तो शांति और सहयोग की एक नई धारा शुरू हो सकती है।
लघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1.
दक्षिण एशिया के विभिन्न देशों में एक सी राजनीतिक प्रणाली नहीं है? विवेचन कीजिए।
उत्तर:
दक्षिण एशिया के विभिन्न देशों में एक सी राजनीतिक प्रणाली नहीं है जो निम्नलिखित बातों से स्पष्ट है:
- अनेक समस्याओं और सीमाओं के बावजूद भारत और श्रीलंका में ब्रिटिश राज्य के पश्चात् लोकतंत्र कायम है।
- पाकिस्तान और बांग्लादेश में लोकतांत्रिक और सैनिक दोनों प्रकार के नेताओं का शासन रहा है। शीतयुद्ध के बाद के सालों में बांग्लादेश में लोकतंत्र कायम रहा है। पाकिस्तान में शीतयुद्ध के बाद के वर्षों में लगातार दो लोकतांत्रिक सरकारे बनी। 1999 में यहां सैनिक शासन स्थापित हुआ।
- 2006 तक नेपाल में संवैधानिक राजतंत्र था परंतु 2006 सफल जनविद्रोह के कारण लोकतंत्र की नींव पड़ी।
- भूटान में अब भी राजतंत्र है लेकिन यहा के राजा ने भूटान में बहुदलीय लोकतंत्र स्थापित करने की योजना की शुरूआत कर दी है।
- मालदीव 1968 तक सल्तनत राज्य था परंतु उसके बाद यह गणतंत्र हो गया और यहां शासन अध्यक्षात्मक प्रणाली अपनायी गयी।
प्रश्न 2.
दक्षिण एशिया में लोकतंत्र मजबूत है, समीक्षा कीजिए।
उत्तर:
- यद्यपि दक्षिण एशिया में लोकतंत्र का रिकॉर्ड मिला जुला रहा है, परंतु यहा की जनता की आकांक्षायें लोकतंत्र से जुड़ी हैं।
- इस क्षेत्र के पांच देशों के सर्वेक्षण से ज्ञात होता है कि यहां लोकतंत्र को व्यापक जन-समर्थन प्राप्त है।
- इन देशों के आम नागरिक-धनी-गरीब अथवा सभी धर्म के लोगों को लोकतंत्र अच्छा लगता है।
- यहां के नागरिकों के शासन की किसी और प्रणाली की अपेक्षा लोकतंत्र को वरीयता देते हैं और मानते हैं कि उनके देश के लिए लोकतंत्र ही ठीक है।
प्रश्न 3.
पाकिस्तान में सैनिक शासन का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
पाकिस्तान में सैनिक शासन –
- पाकिस्तान में संविधान निर्माण के बाद अयूब खान ने सत्ता अपने हाथ में ले ली और शीघ्र ही अपना निर्वाचन भी करा लिया परंतु शीघ्र ही उनके खिलाफ विद्रोह हो गया।
- अयूब खान के बाद जनरल याहिया खान ने शासन की बागडोर संभाली। उनके शासन काल में बांग्लादेश का संकट आया।
- इसके बाद जुल्फिकार अली भुट्टो की निर्वाचित सरकार ने 1971 से 1977 तक शासन किया। 1977 में जनरल जिया-उल-हक ने इस सरकार को गिरा दिया और उन्होंने 1982 तक शासन किया।
- 1982 के बाद लोकतंत्र समर्थक आंदोलन के बाद बेनजीर भुट्टो और बाद में नवाज शरीफ की सरकार बनी जो 1999 तक कायम रही।
- 1999 में एक बार फिर सेना ने हस्तक्षेप किया और जनरल परवेज मुशर्रफ ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को हटा दिया। 2001 में परवेज मुशर्रफ ने अपना निर्वाचन राष्ट्रपति के रूप में कराया। अब भी पाकिस्तान में सैनिक शासन जारी है।
प्रश्न 4.
पाकिस्तान में लोकतंत्र स्थायी न होने के क्या कारण हैं?
उत्तर:
पाकिस्तान में लोकतंत्र स्थायी न होने के कारण –
- पाकिस्तान में सेना, धर्मगुरु और भूस्वामी वर्ग का प्रभुत्व है और यह निर्वाचित सरकार को गिरा देता है।
- पाकिस्तान का भारत से तनाव के कारण सैनिक शासन को समर्थन मिला है। ऐसे लोगों का कहना है कि राजनैतिक दलों में यह साहस नहीं है कि वे पाकिस्तान की सुरक्षा कायम रख सकें।
- पाकिस्तान में लोकतंत्र के सफल न होने का कारण यह भी है कि लोकतंत्र को अंतर्राष्ट्रीय समर्थन का न होना है। इससे सैनिक शासन को बढ़ावा मिला है।
- अमरीका और पश्चिमी देशों ने अपने स्वार्थ के अनुसार सैनिक शासन का समर्थन किया है। वस्तुतः ये देश इस्लामी आतंकवाद से भयभीत हैं और उन्हें डर है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार कहीं आतंकवादियों के हाथ न लग जायें, इसलिए वे अपने रक्षक के रूप में पाकिस्तान का समर्थन करते हैं।
प्रश्न 5.
बांग्लादेश की स्थापना में शेख मुजीबुर्रहमान के कार्यों का मूल्यांकन कीजिए।
उत्तर:
बांग्लादेश की स्थापना में शेख मुजीबुर्रहमान के कार्यों का मूल्यांकन:
- पूर्वी पाकिस्तान में भी पश्चिमी पाकिस्तान का दबदबा था। वहां के लोगों को बंगाली संस्कृति और भाषा को बचाना मुश्किल हो गया था। जनता ने प्रशासन में अपने समुचित प्रतिनिधित्व तथा राजनीतिक सत्ता में समुचित हिस्सेदारी की मांग की और जनसंघर्ष आरंभ कर दिया जिसका नेतृत्व मुजीबुर्रहमान ने किया।
- उनकी पार्टी आवामी लीग को 1970 के चुनावों में पूर्वी पाकिस्तान की सभी सीटों पर विजय प्राप्त हुई और इस पार्टी को प्रस्तावित संविधान सभा में बहुमत मिल गया परंतु उन्हें सरकार बनाने के लिए नहीं बुलाया गया।
- जनरल याहिया की सेना ने शेख मुजीब को गिरफ्तार कर लिया और जन आंदोलन को दबाने का प्रयास किया।
- पूर्वी पाकिस्तान के हजारों लोगों की हत्या हुई और लोग अपना घर छोड़कर भारत में प्रवेश करने लगे। भारत में शरणार्थियों को संभालने की समस्या उत्पन्न हो गयी।
- भारत ने पूर्वी पाकिस्तान को वित्तीय और सैनिक सहायता दी। 1971 में भारत-पाक युद्ध हुआ। जिसमें पाकिस्तान पराजित हुआ और बांग्लादेश नामक एक नया राष्ट्र बना।
प्रश्न 6.
बांग्लादेश में सैनिक शासन का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
बांग्लादेश में सैनिक शासन –
- 1975 में शेख मुजीब ने संविधान में संशोधन करके अध्यात्मक शासन प्रणाली लागू की। उन्होंने अपनी पार्टी आवामी लीग के अलावा अन्य सभी पार्टियों को समाप्त कर दिया।
- शेख मुजीब के इस कार्य से देश में तनाव और संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो गयी। सेना ने शेख मुजीबुर्रहमान की हत्या कर दी।
- सैनिक शासक जियाऊर्रहमान ने अपनी बांग्लादेश नेशनल पार्टी बनायी और 1979 के चुनाव में विजय रहे। बाद में उनकी हत्या कर दी गयी।
- बाद में ले० जनरल एच० इरशाद के नेतृत्व में बांग्लादेश में एक और सैनिक शासक ने बागडोर संभाली। उनके काल में जनविद्रोह जारी रहा। फलस्वरूप 1990 में उन्हें राष्ट्रपति का पद छोड़ना पड़ा। आगे चलकर लोकतंत्र बहाल हुआ।
प्रश्न 7.
नेपाल में राजतंत्र के स्थान पर लोकतंत्र किस प्रकार स्थापित हुआ।
उत्तर:
नेपाल में लोकतंत्र की स्थापना –
- नेपाल में प्रारंभ में वर्षों तक राजतंत्र का शासन चलता रहा। यह राजतंत्र संवैधानिक था। जनता उत्तरदायी शासन की मांग कर रही थी परंतु राजा सेना की सहायता से इन आंदोलनों को दबा देता था।
- शीघ्र ही लोकतंत्र समर्थक आंदोलन ने भयंकर रूप धारण कर लिया जिसके आगे राजा को 1990 में झुकना पड़ा और उसे संविधान निर्माण की मांग स्वीकार करनी पड़ी और नेपाल में संसदीय सरकार बनी।
- परंतु यह सरकार बहुत दिनों तक काम न कर सकी।
- माओवादी, राजा और संसद के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह की योजना बनाने लगे। इस प्रकार नेपाल में त्रिकोणीय संघर्ष शुरू हो गया।
- 2002 में राजा ने संसद को भंग कर दिया और सरकार को गिरा दिया और इसी के साथ लोकतंत्र का अंत हो गया।
- अप्रैल 2006 में यहां देशव्यापी लोकतंत्र के समर्थन में आंदोलन हुए। फलस्वरूप राजा ज्ञानेन्द्र ने विवश होकर संसद को बहाल किया। इस प्रकार स्थापित लोकतंत्र आज भी जारी है।
प्रश्न 8.
श्रीलंका में जातीय संघर्ष के क्या कारण हैं?
उत्तर:
श्रीलंका में जातीय संघर्ष के कारण –
- श्रीलंका में जातीय संघर्ष श्रीलंका सरकार और लिट्टे के मध्य है। यह श्रीलंका के एक विशेष भाग को एक अलग राष्ट्र के रूप में मांग कर रहा है।
- 1948 (आजादी) के बाद श्रीलंका की राजनीति पर बहुसंख्यक सिंहली समुदाय के हितों का नेतृत्व करने वाला प्रभुत्व थाः वे भारत में आये तमिल आबादी के खिलाफ थे और उन्हें श्रीलंका का नागरिक नहीं मानते थे।
- फलस्वरूप तमिल राष्ट्रवाद की आवाज बुलंद हुई 1983 के बाद से उग्र तमिल संगठन (Leberation Tigers of Tamil Elum) जिन्हें लिट्टे भी कहा जाता था, सेना के साथ संघर्ष कर रहा है।
- सिट्टे का श्रीलंका के उत्तर पूर्वी भाग पर कब्जा है। वे भारत-सरकार का भी सहयोग चाहते हैं।
प्रश्न 9.
श्रीलंका के जातीय संघर्ष में भारत की भूमिका बताइए।
उत्तर:
श्रीलंका के जातीय संघर्ष में भारत की भूमिका –
- तमिल ईलम (श्रीलंका के तमिल) इस संघर्ष में भारत सरकार का सहयोग चाहते हैं। भारत सरकार ने भी समय-समय पर श्रीलंका सरकार से वार्ता की है।
- 1987 में भारत सरकार लिट्टे के मुद्दे पर प्रत्यक्ष रूप से सामने आ गई।
- भारत सरकार ने श्रीलंका से एक समझौता किया। लिट्टे और श्रीलंका के बीच सामान्य संबंध स्थापित करने के लिए भारतीय सेना भेजी गई, जिसे शांति सेना’ कहा गया।
- श्रीलंका की जनता ने इसे पसंद नहीं किया और भारतीय सेना लिट्टे से युद्ध में फंस गयी।
- इस प्रकार शांति सेना को सफलता नहीं मिली और वह 1989 में वापस आ गई।
प्रश्न 10.
भारत और पाकिस्तान के बीच किन-किन मुद्दों पर मतभेद है।
उत्तर:
भारत और पाकिस्तान के बीच मतभेद के मुद्दे –
- भारत और पाकिस्तान के मध्य मतभेद का प्रमुख कारण कश्मीर है। दो युद्धों और अनेक वार्ताओं के बाद भी यह मतभेद बना हुआ है और दोनों कश्मीर पर अपने दावे करते हैं।
- सियाचिन गलेशियर पर नियंत्रण और हथियारों की होड़ के कारण भी दोनों के मध्य तनाव है।
- दोनों ने 1998 में एक साथ एक परमाणु परीक्षण किये हैं। दोनों के बीच प्रत्यक्ष युद्ध की संभावना तो कम है परंतु दोनों की सरकारें एक-दूसरे के प्रति आशंकित हैं।
- भारत का आरोप है कि पाकिस्तानी सरकार आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है और आतंकवादियों की धन हथियार और सुरक्षा से मदद कर रही है। उसने खालिस्तान समर्थकों की भी 10 वर्षों से मदद की हैं इसी प्रकार का आरोप पाकिस्तान की सरकार भी लगाती है।
- नदी जल बंटवारे को लेकर भी इन दोनों के बीच तनाव है। इसमें सबसे विवादग्रस्त सिंघु नदी के उपयोग का है।
प्रश्न 11.
भारत सरकार बांग्लादेश से क्यों नाखुश है?
उत्तर:
भारत सरकार के बांग्लादेश से नाराज होने के कारण –
- भारत में अवैध आप्रवास पर ढाका के खंडन।
- भारत-विरोधी इस्लामी कट्टरपंथी जमातों का समर्थन।
- भारतीय सेना को भारत में ले जाने के लिए अपने इलाके से रास्ते देने से बांग्लादेश का इंकार।
- ढाका के भारत को प्राकृतिक गैस निर्यात न करने के फैसले तथा म्यांमार को बांग्लादेशी इलाके से होकर भारत की प्राकृतिक गैस निर्यात न करने देना।
प्रश्न 12.
भारत-नेपाल के विभेद को इंगित कीजिए।
उत्तर:
भारत और नेपाल के विभेद-यद्यपि नेपाल भारत का अच्छा मित्र है परंतु उनमें आपस में कुछ विभेद भी हैं जो निम्नलिखित हैं –
- चीन और नेपाल में दोस्ती है। इसलिए भारत ने अप्रसन्नता जतायी है।
- नेपाल सरकार भारत विरोधी तत्त्वों के खिलाफ कोई सख्त कदम नही उठाती है।
- भारत की सुरक्षा एजेंसिया नेपाल में चल रहे नक्सल आंदोलन से चिंतित है, क्योंकि भारत में उत्तर में बिहार से लेकर दक्षिण में आंध्र प्रदेश तक विभिन्न प्रांतों में नक्सलवादी समूहों का उभार हुआ है।
- नेपाल के लोग सोचते हैं भारत सरकार नेपाल के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रही है और उसके नदी जल तथा पनबिजली पर बगुला दृष्टि लगाये हैं।
- नेपाल को यह भी लगता है कि भारत उसको अपने भूक्षेत्र से होकर समुद्र तक पहुंचने से रोकता है।
प्रश्न 13.
भारत के भूटान के साथ संबंधों का विवेचन कीजिए।
उत्तर:
भारत के भूटान के साथ संबंध-भूटान भारत के उत्तर में हिमालय की श्रृंखलाओं में स्थित एक छोटा-सा राज्य है जिसका क्षेत्रफल कुल 4.7 हजार वर्ग किलोमीटर है। 1865 ई० में अंग्रेजों ने इस पर अपना आधिपत्य स्थापित कर लिया था। अंग्रेजी सहयोग से ही 1907 में उस समय के राज्यपाल उग्यान वागचुक ने अपना राजतंत्र स्थापित कर लिया जो वंशानुसार रूप से आज भी जारी हैं 1940 ई० में भारत और भूटान के बीच एक संधि हुई जिसके अनुसान भारत भूटान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेगा और भूटान अपने विदेशी मामलों में भारत की सलाह के अनुसार कार्य करेगा।
1958 ई० में भारत ने भूटान को संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बनाए जाने की सिफारिश की जो उसे 1971 में प्राप्त हुई। आज भूटान सार्क (SAARC) का एक सदस्य है। भूटान ने कई देशों से अपने राजनीतिक तथा आर्थिक संबंध भी स्थापित कर लिए है। आज भूटान में राजा सरकार तथा राज्य दोनों का अध्यक्ष है और उसे सलाह देने के लिए राष्ट्रीय सभा तथा मंत्रिपरिषद् की व्यवस्था है। भूटान में बौद्ध तथा हिंदू दो बड़ी जातियां है।
भारत ने भूटान के आर्थिक विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है और इसकी सभी योजनाएं भारतीय सहायता से बनी है। बेशक 1971 के बाद भूटान ने दूसरे देशों से भी सहायता लेनी आरंभ कर दी थी। इसके बावजूद आज भी भारतीय सहायता वहां के विकास कार्यों में सबसे अधिक है। भारत से भेजे गए हजारों विशेषज्ञ अधिकारी तथा श्रमिक आज भी भूटान के विकास कार्यों में सहायता प्रदान कर रहे हैं। भारत और भूटान के प्रारंभ से ही बहुत अच्छे आपसी संबंध रहे हैं। आज भी हैं और आगे भी रहने की संभावना है।
प्रश्न 14.
भारत और बांग्लादेश के संबंध का विवेचना कीजिए।
उत्तर:
भारत और बांग्लादेश के संबंध-एक सम्प्रभु राज्य के रूप में बंग्लादेश का उदय 1971 में हुआ। 1947 में पाकिस्तान का निर्माण हुआ तो पश्चिमी और पूर्वी पाकिस्तान एक-दूसरे से 1000 मील की दूरी पर थे। पूर्वी पाकिस्तान क्षेत्रफल में पश्चिमी पाकिस्तान से छोटा परंतु जनसंख्या की दृष्टि से बड़ा था। पूर्वी पाकिस्तान के जूट का निर्यात करने से विदेशी मुद्रा प्राप्त होती थी किंतु इससे प्राप्त आय पूर्वी पाकिस्तान के आर्थिक विकास में व्यय नहीं की जाती थी।
बंगला भाषा और बंगला मुस्लिम संस्कृति को गौण बना दिया। पाकिस्तान के दोनों भागों में तनाव रहने लगा। 1970 में शेख मुजीबुर्रहमान ने पूर्वी पाकिस्तान के लिए आरक्षित 169 सीटों में से 168 सीटें जीत लीं। लेकिन जुल्फीकार अली भुट्टो तथा पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी जिसमें पार्टी ने पाकिस्तान में बहुमत हासिल किया था, ने शेख मुजीब की सरकार नहीं बनने दी। करोड़ों शरणार्थी पूर्वी पाकिस्तान से भारत आ गए। दिसम्बर 1971 में भारत को पूर्वी पाकिस्तान की जनता के मुक्ति संग्राम के समर्थन में हस्तक्षेप करना पड़ा। परिणामस्वरूप बंग्लादेश का जन्म हुआ। भारत बांग्लादेश संबंधों में गंगा जल बँटवारा, बंग्लादेश की बाढ़ समस्या, चकमा शरणार्थी, बंग्लादेशी घुसपैठिये आदि समस्याएं दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव पैदा करती रहती है।
प्रश्न 15.
शिमला समझौते (1971) में कौन-सी शर्त थीं?
उत्तर:
शिमला समझौते की शर्ते –
शिमला समझौता-1971 के भारत:
पाक युद्ध की समाप्ति के बाद दोनों देशों में 1972 में शिमला समझौता हुआ था। इस समझौते में निम्न तथ्यों पर जोर दिया गया था –
- दोनों देश अपने परस्पर विवादों को शांतिपूर्ण उपायों से हल करेंगे।
- दोनों देश मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देंगें।
- दोनों देश अपने मतभेदों को द्विपक्षीय बातचीत द्वारा दूर करेंगे अथवा उन शांतिपूर्ण उपायों से करेंगे जो दोनों को स्वीकार होगें।
- दोनों देश किसी की ऐसी सहायता नहीं करेंगे जिससे दोनों के संबंधों में कटुता आए।
- पंचशील के सभी नियमों का दोनों देश सम्मान करेंगे।
- यातायात संचार, संस्कृति, विज्ञान आदि में दोनों देश एक-दूसरे की सहायता व आदान प्रदान करेंगे।
प्रश्न 16.
दक्षेस या सार्क के मुख्य उद्देश्य क्या हैं?
उत्तर:
दक्षेस या सार्क क मुख्य उद्देश्य दक्षेस या सार्क के चार्टर में उसके निम्नलिखित उद्देश्य बताए गए हैं –
- दक्षिणी एशिया के लोगों के कल्याण की कामना करना और उनकी आजीविका स्तर में सुधार लाना।
- इस क्षेत्र में अधिक विकास, सामाजिक प्रगति तथा सांस्कृतिक उन्नति को प्राप्त करना और इस क्षेत्र में सभी व्यक्तियों के लिए प्रतिष्ठा के अवसर देना ताकि लोग अपनी सभी क्षमताओं को प्राप्त कर सकें।
- दक्षिणी एशिया के देशों में सामूहिक आत्मविश्वास का समर्थन करना तथा उसे बढ़ावा देना।
- एक-दूसरे की समस्याओं को पारस्परिक विश्वास और सूझ-बूझ से हल करना।
- दक्षेस जैसे उद्देश्यों के हेतु बनी अन्य अन्तर्राष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय संस्थाओं के साथ सहयोग करना।
- अन्य विकासशील देशों के साथ सहयोग को बढ़ावा।
प्रश्न 17.
सार्क (SAARC) के कौन-कौन से कार्य हैं?
उत्तर:
सार्क (SAARC) के निम्न कार्य हैं –
- सदस्य देशों में जीवन स्तर को सुधार कर जनकल्याण के कार्यक्रम बनाना।
- दक्षिणी एशियाई प्रदेश में सामाजिक प्रगति एवं सांस्कृतिक उन्नति करना।
- सदस्य देशों में आत्मविश्वास को बढ़ावा देना।
- सभी विकासशील देशों के साथ सहयोग बढ़ाना।
- सदस्य देशों की समस्याओं को पारस्परिक एवं सूझबूझ के द्वारा सुलझाना।
- अन्य अंतर्राष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय संस्थाओं के साथ सहयोग करना।
- सदस्य देशों के बीच वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति का आदान प्रदान करना।
- आतंकवाद और नशीली वस्तुओं की तस्करी पर प्रतिबंध लगाना।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1.
पाकिस्तान के साथ भारत के संबंधों को किस प्रकार सुधारा जा सकता है?
उत्तर:
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण –
1. पाकिस्तान भारत के अभिन्न अंग के रूप में कश्मीर को नहीं स्वीकार करता है। वह कश्मीर के भारत में वैध विलय को नहीं मानता है।
2. सितंबर 1965 में जम्मू कश्मीर के छंब क्षेत्र पर पाकिस्तान ने हमला बोल दिया। ताशकंद समझौते के अनुसार दोनों देशों ने एक-दूसरे के क्षेत्र खाली कर दिए और यह घोषणा भी कि गई कि दोनों देश आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत बनाने की कोशिश करेंगे।
3. बांग्लादेश जो उस समय पाकिस्तान का एक अंग था, पाकिस्तान के फौजी डिक्टेटर याह्या खां के जुल्मों का शिकार बना हुआ था। बांग्लादेश के लोगों ने शेख मुजीबुर्रहमान के नेतृत्व में अपनी आजादी की घोषणा कर दी। पाकिस्तान ने मुक्त आंदोलन को बर्बरता से कुचलना चाहा। 1968-70 के दौरान करीब एक करोड़ शरणार्थी बांग्लादेश से भारत आए। 1971 में पाकिस्तान ने भारत के कई हवाई अड्डों पर धावा बोल दिया। भारत-पाक युद्ध सिर्फ दो सप्ताह चला पर वह निर्णायक सिद्ध हुआ। पूर्वी बंगाल स्वतंत्र बांग्लादेश के रूप में उदित हुआ।
शिमला समझौता:
1972 में भारत और पाकिस्तान के बीच शिमला समझौता (Shimla Agreement – 1972) हुआ। यह घोषणा की गई कि दोनों देशों की सेनाएं युद्ध से पहले की सीमाओं में लौट जाएंगी तथा दोनों देश आपसी विवादों के निपटारे के लिए शक्ति का इस्तेमाल नहीं करेंगें। शिमला समझौते की दो अन्य शर्ते ये थीं कि –
- दोनों देशों के बीच डाक-तार सेवा व संचार व्यवस्था फिर से बहाल की जाएगी, तथा
- आर्थिक व सांस्कृतिक क्षेत्रों में दोनों देश एक-दूसरे को मदद देंगें। 1975 में भारत और पाकिस्तान ने आपस में वस्तुओं का आयात-निर्यात शुरू कर दिया।
पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों को आश्रय (Pakistan’s Support to Terrorism):
पाकिस्तान ने आतंकवादियों को न केवल आश्रय दिया बल्कि प्रशिक्षण भी दिया है। आतंकवादियों की मार्फत पाकिस्तान ने पंजाब और जम्मू कश्मीर में अशांति का दौर पैदा किया और आम लोगों के जान-माल को भारी क्षति पहुंचाई। कश्मीर घाटी में आतंक फैलाने की सारी योजनाएं पाक कब्जे वाले कश्मीर में बनती है और वह उन्हें सीमा के इस पार लागू करवाता रहता है। फरवरी 1999 में भारत के प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान का दौरा किया।
पिछले 10 वर्षों में भारत के किसी प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा थी। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान के साथ सहयोग का एक मजबूत ढांचा खड़ा करने की कोशिश की पर शीघ्र ही उनका यह प्रयास उस समय धूल में मिल गया जब मई 1999 में पाकिस्तान के सैनिकों द्वारा कारगिल क्षेत्र में भारी घुसपैठ की घटना घटी। भारत ने इसके खिलाफ आपरेशन विजय अभियान शुरू किया। युद्ध मोर्चे पर भारी पराजय और अंतर्राष्ट्रीय दबाव के कारण पाकिस्तान को नियंत्रण रेखा से पीछे हटना पड़ा।
दिसंबर 1999 में इंडियन एयरलाइंस के एक विमान का अपहरण किया गया। आतंकवादी इसे कंधार ले गए। भारत सरकार ने तीन आतंकवादियों को रिहा कर इस विमान के यात्रियों को बचाया। कारगिल की घुसपैठ हो या इंडियन एयरलाइंस के विमान का अपहरण ऐसी घटनाओं के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है।
आगरा शिखर वार्ता (AgraSummit):
12 अक्टूबर, 1999 से पाकिस्तान में एक सैनिक सरकार है। आतंकवादियों को लगातार मदद देते रहने के कारण भारत-पाकिस्तान के संबंध बहुत नाजुक स्थिति में पहुंच चुके है। जुलाई 2001 में प्रधानमंत्री वाजपेयी व पाकिस्तान के शासन परवेज मुशर्रफ के बीच आगरा में शिखर स्तर की वार्ता हुई। इस वार्ता का कोई सुखद परिणाम सामने नहीं आया। आतंकवादियों ने 11 अक्टूबर, 2001 को जम्मू कश्मीर विधानसभा भवन पर धावा बोल दिया, जिसमें 26 व्यक्ति मारे गए और 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए। 13 दिसंबर, 2001 को आतंकवादियों ने संसद भवन को निशाना बनाया। भारत ने संसद भवन पर हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया है।
आपसी रिश्तों को बेहतर बनाने के उपाए:
भारत पाकिस्तान दोनों पड़ोसी देश है। पाक का जन्म 1947 में भारत से ही हुआ था किंतु प्रारंभ से ही इन दोनों के संबंध अच्छे नहीं रहे। कश्मीर को लेकर 1948 में दोनों देशों के बीच युद्ध हुआ। 1965 तथा 1971 में भी भारत तथा पाकिस्तान के बीच युद्ध हुए। इसके पश्चात् शिमला समझौता हुआ जिसमें दोनों देशों के संबंधों को सुधारने के लिए महत्त्वपूर्ण निर्णय लिये गये। किंतु पाकिस्तान भारत में आतंकवाद को निरन्तर सहायता प्रदान करता रहा।
1998 में भारत में परमाणु परीक्षण से पाकिस्तान अत्यंत भयभीत हो गया। भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस परीक्षण का स्पष्टीकरण एवं उद्देश्य विश्व के सामने पहले ही कर दिया था। भारतीय जनता पार्टी की सरकार पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को सुधारने के लिए सदैव प्रयत्नशील रही है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री श्री नावज शरीफ ने भी भारत के साथ अपने संबंध सुधारने के लिए अपनी इच्छा प्रकट की थी। पारस्परिक संबंधों को सुधारने के लिए कई बार सचिव, विदेशमंत्री तथा प्रधानमंत्री स्तर पर खुलकर बातचीत हुई। दोनों देश के बीच व्यापार बढ़ाने का प्रयत्न किया गया।
इस संदर्भ में दोनों देशों के बीच बस यात्रा करने का प्रयत्न किया गया। 20 फरवरी, 1999 में श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान की बस यात्रा की। बाघा चौकी को पार करने पर श्री वाजपेयी का भव्य स्वागत हुआ। यह यात्रा एक ऐतिहासिक अद्वितीय घटना सिद्ध हुई। 21 फरवरी, 1999 को भारत-पाक के बीच लाहौर समझौता हुआ।
इसके अंतर्गत कश्मीर समेत सभी समस्याओं को सुलझाने का प्रयत्न किया गया है। इस ऐतिहासिक कदम की अमरीका, ब्रिटेन, चीन, जापान सहित सारे विश्व ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। इस घटना का दोनों देशों की जनता ने हार्दिक स्वागत किया। 16 मार्च, 1999 को दिल्ली तथा लाहौर के बीच नियमित बस सेवा आरंभ हो गई। इस बस सेवा से दोनों देश एक-दूसरे के अधिक निकट हो जायेंगें। अन्ततः हाल की घटनाएं भारत तथा पाक के संबंधों को सुधारने की ओर संकेत कर रही है।
प्रश्न 2.
भारत-श्रीलंका समझौता (1987) का विवरण दीजिए।
उत्तर:
भारत श्रीलंका समझौता (1987)-जुलाई 1987 में वहां के तमिलों की समस्या को सुलझाने के लिए भारत-श्रीलंका का समझौता हुआ। इस समझौते के प्रमुख प्रावधान निम्नलिखित थे –
- उत्तरी व पूर्वी जिन दो प्रदेशों को, जहां तमिल बहुसंख्यक हैं एकीकृत क्षेत्र बनाया जाएगा।
- उपरोक्त क्षेत्र में विधान सभा की स्थापना की जाएगी तथा लोकप्रिय सरकार गठित की जाएगी।
- जनमत संग्रह के माध्यम से यह ज्ञात किया जाएगा कि ये दोनों प्रान्त विलय के पक्ष में हैं या नहीं। यदि ने प्रान्त इसके विरुद्ध निर्णय देते हैं तो इनकी अलग ही सरकारें रहेंगी। जनमत संग्रह 1988 तक करा लिया जाना तय हुआ।
- यदि तमिल उग्रवादी इस समझौते के विरुद्ध सशस्त्र संघर्ष बन्द नहीं करते तो श्रीलंका सरकार शांति स्थापना के लिए भारतीय सेना को आमन्त्रित कर सकती है।
- श्रीलंका की अखण्डता पर सहमति व्यक्त की गई।
उपरोक्त समझौते के बाद भारतीय सेना श्रीलंका के निमंत्रण पर वहां गई। सेना ने सराहनीय कार्य किया। श्रीलंका के उत्तरी व पूर्वी प्रान्तों में लोकप्रिय सरकारें बनी। तामिल उग्रवादी बाद में भी संघर्ष करते रहे। श्रीलंका की जनता के दबाव में आकर वहां की सरकार ने भारत से जुलाई 1989 तक सेना वापिस बुलाने का आग्रह किया। भारत सरकार का कहना था कि बिना शांति स्थापित किए सेना की वापसी उचित नहीं है किंतु अन्ततः मार्च 1990 तक भारतीय शांति सेना वापिस बुला ली गई। भारत की तमिलों के विरुद्ध सैनिक कार्यवाही से तमिल समाज में भारत सरकार के प्रति रोष उत्पन्न हो गया। भारत के प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी की हत्या इसी पृष्ठभूमि में रचित षडयंत्र का परिणाम थी। आज कल भी दोनों के संबंध मधुर बने हुए हैं।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं उनके उत्तर
I. निम्नलिखित विकल्पों में सही विकल्प का चुनाव कीजिए –
प्रश्न 1.
निम्नलिखित कौन-सा देश दक्षिण एशिया में नहीं है?
(अ) भारत
(ब) चीन
(स) भूटान
(द) श्रीलंका
उत्तर:
(ब) चीन
प्रश्न 2.
निम्नलिखित में कौन-सा देश परमणु शक्ति सम्पन्न नहीं है।
(अ) भारत
(ब) पाकिस्तान
(स) चीन
(द) नेपाल
उत्तर:
(द) नेपाल
प्रश्न 3.
निम्नलिखित में किस देश में 2006 तक राजतंत्र था?
(अ) भारत
(ब) पाकिस्तान
(स) मालदीव
(द) नेपाल
उत्तर:
(द) नेपाल
प्रश्न 4.
किस देश में अब भी राजतंत्र है?
(अ) भारत
(ब) पाकिस्तान
(स) भूटान
(द) नेपाल
उत्तर:
(स) भूटान
प्रश्न 5.
दक्षिण एशिया में किस राजनीतिक प्रणाली की प्रमुखता है?
(अ) लोकतंत्र
(ब) राजतंत्र
(स) तानाशाही
(द) अलग-अलग
उत्तर:
(अ) लोकतंत्र
प्रश्न 6.
भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी जल संधि कब हुई?
(अ) 1958
(ब) 1959
(स) 1960
(द) 1961
उत्तर:
(स) 1960
प्रश्न 7.
बांग्लादेश के नेताओं द्वारा आजादी की उद्घोषणा कब हुई।
(अ) मार्च 1970
(ब) मार्च 1971
(स) मार्च 1972
(द) मार्च 1973
उत्तर:
(ब) मार्च 1971
प्रश्न 8.
पाकिस्तान के प्रथम सैनिक शासन का मुखिया कौन था?
(अ) जनरल अयूब खान
(ब) जनरल याहिया खान
(स) जनरल जिया-उल-हक
(द) परवेज मुशर्रफ
उत्तर:
(अ) जनरल अयूब खान
प्रश्न 9.
पूर्वी पाकिस्तान में कौन सी भाषा लोकप्रिय थी?
(अ) हिंदी
(ब) उर्दू
(स) बंगाली
(द) उड़िसा
उत्तर:
(स) बंगाली
प्रश्न 10.
निम्नलिखित में कौन-सा देश ‘सेवेन पार्टी अलाएंस’ में नहीं था?
(अ) भारत
(ब) चीन
(स) श्रीलंका
(द) भूटान
उत्तर:
(ब) चीन
प्रश्न 11.
प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद किया अधिक है?
(अ) भारत
(ब) श्रीलंका
(स) नेपाल
(द) भूटान
उत्तर:
(ब) श्रीलंका
II. मिलान वाले प्रश्न एवं उनके उत्तर
निम्नलिखित स्तंभ (अ) का मिलान स्तंभ (ब) से कीजिए।
उत्तर:
(1) – (viii)
(2) – (i)
(3) – (x)
(4) – (iv)
(5) – (ix)
(6) – (ii)
(7) – (vii)
(8) – (iii)
(9) – (v)
(10) – (vi)
BSEB Textbook Solutions PDF for Class 12th
- BSEB Class 12 Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science The Cold War Era Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science The Cold War Era Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science The End of Bipolarity Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science The End of Bipolarity Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science US Hegemony in World Politics Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science US Hegemony in World Politics Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science Alternative Centres of Power Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Alternative Centres of Power Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science Contemporary South Asia Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Contemporary South Asia Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science International Organisations Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science International Organisations Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science Security in the Contemporary World Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Security in the Contemporary World Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science Environment and Natural Resources Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Environment and Natural Resources Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science Globalisation Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Globalisation Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science Challenges of Nation Building Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Challenges of Nation Building Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science Era of One Party Dominance Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Era of One Party Dominance Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science Politics of Planned Development Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Politics of Planned Development Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science Indias External Relations Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Indias External Relations Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science Challenges to and Restoration of Congress System Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Challenges to and Restoration of Congress System Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science The Crisis of Democratic Order Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science The Crisis of Democratic Order Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science Rise of Popular Movements Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Rise of Popular Movements Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science Regional Aspirations Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Regional Aspirations Book Answers
- BSEB Class 12 Political Science Recent Developments in Indian Politics Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 12th Political Science Recent Developments in Indian Politics Book Answers
0 Comments:
Post a Comment