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BSEB Class 6 English The Selfish Giant Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 6th English The Selfish Giant Book Answers |
Bihar Board Class 6th English The Selfish Giant Textbooks Solutions PDF
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Board | BSEB |
Materials | Textbook Solutions/Guide |
Format | DOC/PDF |
Class | 6th |
Subject | English The Selfish Giant |
Chapters | All |
Provider | Hsslive |
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BSEB Class 6th English The Selfish Giant Textbooks Solutions with Answer PDF Download
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Once, there lived a Giant who was very mean and selfish. He din’t also any children to play in his heaven like lovely garden. But children are children. They used to play in the garden when the giant was not over there.
Once, the Giant looked the children playing in his garden. He scolded them and the children runaway from there. Then, the Giant builded a high wall around his lovely garden.
The children became sad and with them became sad the beautiful birds who used to ring on the beautiful trees. The star like beautiful flowers and green leaves withered away sadly not finding the children. The garden now became ugly and winter covered it making it more ugly.
The Giant two became sad with the ugliness of his beautiful garden. One day, the children crept in the garden through a hole in the wall. The garden became happy and winter went away from there. The garden again became beautiful. Birds came chirping sweetly and beautiful flowers blossomed again like stars. The Giant was looking all this. He thought over all the matter. He felt his fault. He decided to open the garden for ail the children. He knocked down the garden’s huge boundary wall. Now, the children became happy. And happy was the Giant to find back his lovely garden.
The Selfish Giant Summary Summary in Hindi
एक स्वार्थी राक्षस था जो बहुत ही नीच और स्वार्थी था । वह अपने स्वर्ग जैसे सुंदर बगीचे में किसी भी बच्चे को खेलने नहीं देता था। लेकिन बच्चे – तो बच्चे होते है। वे उस बगीचे में तब खेलने के लिए घुस जाते थे जब वह राक्षस वहाँ उपस्थित नहीं होता था।
एक दिन उस राक्षस ने बच्चों को अपने बगीचे में खेलते हुए देख लिया। उसने उन्हें डाँटकर भग दिया फिर उस राक्षस ने अपने बगीचे के चारों ओर एक ऊँची दीवार खड़ी करवा दिया। बच्चे उदास हो गये और उनके साथ ही उदास हो गयीं सुंदर चिड़ियाँ जो उस बगीचे के सुन्दर पेड़ों पर मस्त होकर मधुर गीत गाया करती थीं। तारों से सुंदर फूल और हरे-भरे पत्ते बच्चों को न पाकर सूख गये मुर्झ गये। अब वह स्वर्ग-सा बगीचा बदसूरत हो गया और वहाँ सर्दियों का राज हो गया। सिर्फ बर्फ ही दिखते वहाँ और सन्नाटा कायम रहता । खुबसूरती का एक कतरा भी उस बगीचे से दूर भागता ।
अपने बगीचे को इस तरह से अचानक कुरूप हो गया देख वह राक्षस भी उदास हो गया.। एक दिन कुछ बच्चे दीवाल में बने एक छेद से होकर उस बगीचे में घुस आए और वे बगीचे में खेलते हुए धमाचौकड़ी मचाने लगे। बच्चों को आया देख बगीचे से सर्दी भाग गयी। बर्फ पिघल गये और पेड़ों
के पत्तै हरे-भरे हो गये । तारों-से फूल फिर से खिल गये और पेड़ फिर से सुन्दर हो गये और उन पर फिर से सुन्दर चिड़ियाँ आकर मधुर गीत गाने लगे। राक्षस यह सब चुपचाप देख रहा था। वह पूरे मामले पर गंभीरता से साच रहा था। अब उसे अपनी गलती का एहसास हो गया। उसने निर्णय ले लिया कि अब वह अपने बगीचे को बच्चों के लिए खुला कर देंगा। उसने बगीचे के चारों ओ रखड़ी बड़ी दीवार को तोड़कर गिरा दिया। अब बच्चे खश थे और बगीचा खुश था और खुश था वह राक्षस भी।
Word Meanings: Peach (n)[पीच] = सतालू | Delicate (adj) (डेलिकेट] = कोमल । Listen (v) [लिस्न] = सुनना | Grulr (adj) = रूखा। Tresspass (v) [ट्रेसपास) = अनाधिकार प्रवेश करना। Prosecute (v) [प्रंसिक्यूट] = अभियाज्य, अभियुक्त को गिरफ्तार करना । Wander (v)[वान्डर] = घूमना | Delight (v) [डिलाइट] = आनन्दित या हर्षित करना । Bitterly (adv) [नॉट, सॉफ्ट) = कडुआ, तीखा । Melt (v) मेल्ट] = पिघलना | Soft (adj) [सॉफ्ट] = नरम | Frightened (v) [फ्राइटेन्ड) = डराना | Flange (n) [फ्लैन्ज) = कोर | Paradise (n) [पैराडाइज] = स्वर्ग | Average (n) [एवरंज) = औसत | Adult (n) [एडल्ट] = वयस्क !
The Selfish Giant Hindi Translation of The Chapter
Every afternoon…………………………………notice board.
Word Meanings : Spring (n) [स्प्रिंग] = वसंत का मौसम | Broke out (v) |ब्रोक आउट] = खिल गये। Blossoms (n) |ब्लॉसम्स) = फूल । Pearl (adj/n) [पर्ल = मोती, मोती सा सफेद | Autumn (n) [ऑटम| = पतझड़ का मौसम । Sweetly (adv)|स्विटली] = मधुरता से । Ran away (v) (रैन अवे] = भाग गये । Understand (m) [अन्डरर्टन्ड] = समझना ।
हिन्दी अनुवाद-प्रत्येक दोपहर, स्कूल की समाप्ति के बाद बच्चे तब राक्षस के बगीचे में खेलने जाया करते थे, जब वह दूर होता था (अपने बगीचे से)।
यह एक प्यारा-सा बगीचा था, हरे घासों से भरा हुआ । यहाँ-वहाँ घासों पर तारों से फूल खिल थे और वहाँ बारह सतालू के वृक्ष थे, जो वसंत के मौसम में गुलाबी और मोती से सफेद फल दिया करते थे और पतझड़ में फल देते थे। पेड़ों पर चिड़ियाँ इतनी मधुरता से गाती थीं कि बच्चे उनको सुनने के लिए रूक जाते थे।
“हम यहाँ कितनं खुश हैं।” वे एक-दूसरे से कहते । एक दिन राक्षस वापस आ गया। उसने बच्चों को बगीचे में देख लिया । “क्या कर रहे हो तुमलोग यहाँ ?” वह रूखं स्वर में चिल्लाया और बच्चे भाग खड़े हुए। , “मेरा बगीचा सिर्फ मेरा है”, राक्षस ने कहा। “कोई भी इस बात को समझ सकता है और मैं यहाँ किसी को बर्दाश्त नहीं कर सकता है।” इसलिए उसने एक बड़ी दीवार चारों ओर खड़ी कर दी और एक नोटिस बोर्ड लगा दिया : . “अनाधिकार प्रवेश करने वाले दण्डित होंगे !”
He was a very…………………… blossom.
Word Meanings : Selfish (adj) [सेलफिश] = स्वार्थी । Dusty (adv) [डस्टी) = धूलों से भरा हुआ। Did not care (phr)[डिड नॉट केयर) = लापरवाह बने रहना, ध्यान नहीं देना । Forgot (v)[फॉरगॉट] = भूल गए।
हिन्दी अनुवाद-वह एक स्वार्थी राक्षस था। उन बेचारे बच्चों को खलने का कोई जगह नहीं थी। सड़क पर खेला नहीं जा सकता था चूँकि वह धूल भरी थी और उस पर कड़े पत्थर भरे पड़े थे और वे उस जगह को पसन्द नहीं करते थे। पढ़ाई की समाप्ति पर, वे ऊँची दीवारों के चारों ओर घूमा करते और अन्दर के बगीचे के बारे में बातें करते ।
“वहाँ हम कितने खुश थे।” वे आपस में बातें करते । तब बसंत का मौसम आया और सारे देश में छोटे फूल आ गये थे और छोटी चिड़ियाँ भी आ गई थी। चिड़ियाँ उस बगीचे में गाने की परवाह नहीं की क्योंकि बच्चे उसमें नहीं थे और पेड़ भी खिलना भूल गये।
“I cannot understand ………….. trying bitterly.
Word Meanings : Solate (phr)[सो लेट] = इतनी देर । Hope (n) [होप = आशा करना । Change (n) [चेंज) = बदलाव । Weather (n) [वेदर] = मौसम । Always (adv) [ऑलवेज] = हमेशा | Lying awake (v) |लाईग अवेक] = जागा पड़ा था । Heard (v) [हर्ड] = सुना । Linnet (n) [लिनेट) = एक प्रकार की गाने वाली चिड़ियाँ | Covered (v)(कवर्ड) = ढंक दिये। Waving (v) [वेभिंग] = लहराना | Twittering (v) [ट्विटरिंग] = चहचहाना । Farthest (adj) [फारदस्ट] = सबसे दूर I Corner (n) [कॉर्नर] = कोना।
हिन्दी अनुवाद-“मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि वसंत ने आने में देर क्यों कर दी,” उस स्वार्थी राक्षस ने कहा, अपनी खिड़की के पास बैठा बगीचे को देखते जो ठंडा और सफेद था, “मैं आशा करता हूँ कि मौसम में बदलाव आयेगा।”
लेकिन वसंत नहीं आया और न ही ग्रीष्म ऋतु । वहाँ हमेशा सर्दियाँ बनी रहीं। एक सुबह, राक्षस अपने बिस्तर पर जागा पड़ा था जबकि उसने एक मधुर संगीत सुना । उसे यह संगीत इतना मधुर लगा मानो राजा के संगीतकार वहाँ से गुजर रह हों। वस्तुतः राह सिर्फ एक छोटी गाने वाली चिड़िया-लिनेट थी जो खिड़की के बाहर गा रही थी। किन्तु उसने किसी चिड़िया को गाते इतने समय के बाद सुना था कि उसे लगा जैसे यह दुनिया का सबसे अच्छा संगीत हो।
“मुझे लगता है आखिर वसंत आ गया है,” राक्षस ने कहा; और उसने अपने बिस्तर से उठकर बाहर देखा।
उसने क्या देखा? उसने सबसे बढ़िया दृश्य देखा। एक दीवाल के छोटे छेद में से होकर बच्चे अंदर आ गये थे और वे पेड़ों की शाखाओं पर बैठे हुए थे। हर पेड़ पर जिन्हें वह देख सकता था, एक बच्चा बैठा हुआ था और वे पेड़ बच्चों को वापस पाकर इतने प्रसन्न थे कि उन्होंने अपने को फलों से बँक लिया था और बच्चों के सिर पर अपनी बाँहें यानी टहनियाँ फैला दी थीं। चिड़ियाँ चारों ओर खुशी से चहचहाती हुई उड़ रही थीं और फूल हरे घासों से ऊपर को उ० आये थे-लहरा रहे थे। यह एक प्यारा-सा दृश्य था; सिर्फ एक कोने में अभी भी सर्दी बाकी थी। यह बगीचे के सबसे दूर का कोना था
और वहाँ एक छोटा बच्चा खड़ा था । वह इतना छोटा था कि पेड़ पर चढ़ नहीं पा रहा था पर बुरी तरह कोशिश कर रहा था पेड़ पर चढ़ जाने के लिए।
“Climb up……………………………. had ever seen.
Word Meanings : Bent (v) [बेन्ट] = झुका । Branches (n) ब्रान्चेज] = टहनियाँ । Poor (adj) [पूअर] = बेचारा, अभागा । Top (adj) टॉप] = सबसे ऊपर, शिखर | Really (adv) [रियली] = सचमुच, वस्तुतः ! Quite softly (adv) [क्वाइट सॉफ्टली) = बिल्कुल धीरे से । Flung (v) [फ्लंग] = फैलाया। Kissed (v) [किस्ड] = चूमा । Wicked (adj) [विकेड) = दुष्ट । Knocked (v) [नॉक्ड] = गिराया ।
हिन्दी अनुवाद-“चढ़ जाओ, छोटे बच्चे !” पेड़ ने कहा और उसने जितना हो सका अपनी टहनियों को झका दिया। लेकिन वह बच्चा बहत ही छोटा था और उस राक्षस का दिल पिघलने लगा जैसे उसने बाहर देखा। “कितना स्वार्थी था मैं !” उसने कहा । “अब समझ में आया वसंत यहाँ क्यों नहीं आता था। मैं उस बेचारे बच्चे को पेड़ के ऊपर चढ़ा दूंगा और मैं दीवाल को गिरा दूँगा और मेरा बगीचा सदा-सदा के लिए बच्चों के खेल का मैदान बन जायेगा।” वह वाकई अपने किए पर बहुत ही दुखी था।
अतः, वह धीरे-से सीढ़ियों से नीचे उतरा और धीरे-से सामने के द्वार को खोलकर, बाहर बगीचे में चला गया। लेकिन जब बच्चों ने उसे देखा, वे इतने भयभीत हो गये कि सब भाग गये और बगीचे में फिर से सर्दियाँ व्याप्त हो गईं। सिर्फ वह छोटा बच्चा नहीं भागा क्योंकि उसकी आँखें आँसूओं से पूरी तरह भरी थीं और वह उस राक्षस को देख नहीं पाया था और वह राक्षस उसके पीछे आया और धीरे से उसे हाथों में उठाकर पेड पर बैठा दिया और उस पेड़ पर फूल खिल उठे और चिड़ियाँ आकर उस पेड़ पर गाने लगीं और उस बच्चे ने अपनी बाँहें राक्षस के गर्दन पर फैल दी और उसे चम लिया और जब बाको बच्चों ने देखा कि राक्षस पहले की तरह दुष्ट न रहा, तो वे वापस दौड़े आए और उनके साथ-साथ वसंत भी आ गया।
“यह तुम्हारा बगीचा है, छोटे बच्चो, राक्षस ने कहा और उसने एक बड़ी कुल्हाड़ी से दीवाल को मार गिराया और जब लोग बारह बजे दोपहर को बाजार जा रहे थे तो उन्होंने उस राक्षस को बच्चों के साथ खेलते देखा और देखा एक सबसे खुबसूरत बगीचा जो उन्होंने इसके पहले कभी नहीं देखा था।’
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