इयत्ता दहावी मन मराठी स्वाध्याय PDF |
या लेखात, आम्ही मन विषयासाठी इयत्ता दहावी मराठी सोल्यूशन्स देऊ. इयत्ता दहावी मधील विद्यार्थी पाठ्यपुस्तकांमध्ये उपस्थित असलेल्या व्यायामांसाठी प्रश्न आणि उत्तरे डाउनलोड आणि कॉपी करण्यास सक्षम असतील.
इयत्ता दहावी मनाच्या पुस्तकात महाराष्ट्र बोर्डाच्या अभ्यासक्रमातील सर्व प्रश्नांचा समावेश आहे. येथे सर्व प्रश्न पूर्ण स्पष्टीकरणासह सोडवले आहेत आणि डाउनलोड करण्यासाठी विनामूल्य उपलब्ध आहेत. महाराष्ट्र बोर्ड इयत्ता दहावी मनाचे पुस्तक खाली दिले आहे. आम्हाला आशा आहे की आमच्या इयत्ता दहावी वीच्या मनाचे पुस्तक तुमच्या अभ्यासात मदत करेल! जर तुम्हाला आमचे इयत्ता दहावी चे पुस्तक आवडले असेल तर कृपया ही पोस्ट शेअर करा.
इयत्ता दहावी मन स्वाध्याय
मंडळाचे नाव |
Maharashtra Board |
ग्रेडचे नाव |
दहावी |
विषय |
मन |
वर्ष |
2022 |
स्वरूप |
PDF/DOC |
प्रदाता |
|
अधिकृत संकेतस्थळ |
mahahsscboard.in |
समाधानासह महाराष्ट्र बोर्ड आठवा स्वाध्याय कसे डाउनलोड करायचे?
महाराष्ट्र बोर्ड दहावी स्वाध्याय PDF डाउनलोड करण्यासाठी खालील स्टेप्स फॉलो करा:
- वेबसाइट- Hsslive ला भेट द्या. 'स्वाध्याय' लिंकवर क्लिक करा.
- महा बोर्ड दहावी स्वाध्याय PDF पहा.
- आता महाराष्ट्र बोर्ड दहावी स्वाध्याय तपासा.
- डाउनलोड करा आणि भविष्यातील संदर्भांसाठी जतन करा.
इयत्ता दहावी मन स्वाध्याय उपाय
इयत्ता दहावी स्वाध्याय मधील विद्यार्थी खालील लिंक्सवरून मनाचे उपाय डाउनलोड करू शकतील.
कृति
सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए:
प्रश्न 1.
लिखिए:
हाइकु द्वारा मिलने वाला संदेश | |
करते जाओ पाने की मत सोचो जीवन सारा। | भीतरी कुंठा नयनों के द्वार से आई बाहर। |
उत्तर:
प्रश्न 2.
कृति पूर्ण कीजिए:
उत्तर:
प्रश्न 3.
उत्तर लिखिए:
a. मँझधार में डोले —-
b. छिपे हुए ——-
c. धुल गए ——-
d. अमर हुए ——-
उत्तर:
a. मँझधार में डोले – जीवन नैया।
b. छिपे हुए सितारे
c. घुल गए विषाद
d. अमर हुए गीतों के स्वर।
प्रश्न 4.
निम्नलिखित काव्य पंक्तियों का केंद्रीय भाव स्पष्ट कीजिए:
a. चलतीं साथ पटरियाँ रेल की फिर भी मौन।
b. काँटों के बीच खिलखिलाता फूल देता प्रेरणा।
उत्तर:
a. रेल की पटरियाँ अनंत काल से साथ चल रही हैं, परंतु वे सदा मौन रहती हैं। एक-दूसरे से कभी बात नहीं करती।
b. गुलाब का फूल काँटों के बीच भी हँसता है, खिलखिलाता है। वह हमें हर पल प्रेरणा देता है कि हमें परेशानियों से घबराए बिना अपना काम करते जाना है।
उपयोजित लेखन
वक्तृत्व प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने के उपलक्ष्य में आपके मित्र/सहेली ने आपको बधाई पत्र भेजा है, उसे धन्यवाद देते हुए निम्न प्रारूप में पत्र लिखिए:
दिनांक: ……………………….
संबोधन: ……………………….
अभिवादन: ……………………….
प्रारंभ:
विषय विवेचन:
…………………………………………………………………………
…………………………………………………………………………
…………………………………………………………………………
…………………………………………………………………………
…………………………………………………………………………
…………………………………………………………………………
तुम्हारा/तुम्हारी,
……………………….
नाम: ……………………….
पता: ……………………….
ई-मेल आईडी: ……………………….
उत्तर:
दिनांक: 25/8/20
प्रिय अविनाश,
नमस्ते!
तुम्हारा पत्र अभी-अभी मिला। धन्यवाद।
अंतर विद्यालय वक्तृत्व प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने के लिए तुम्हारा बधाई-पत्र मिला। पत्र पाकर दिल गदगद हो गया। वास्तव में मेरी इस सफलता में तुम जैसे मित्रों का मुझे सदा उत्साह दिलाते रहने का बड़ा हाथ है। तुम तो जानते हो, मंच पर बोलने में मुझे कितनी झिझक होती थी।
पर तुम जैसे मित्रों और हमारे कक्षा अध्यापक के निरंतर प्रोत्साहन से आज मुझे अंतर विद्यालय वक्तृत्व प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने का अवसर मिला है। में इसके लिए तुम जैसे अपने सभी मित्रों और अपने कक्षा अध्यापक नरेश कौशल जी का तहे दिल से आभारी हूँ।
मेरा, उत्साह बढ़ाने के लिए धन्यवाद!
तुम्हारा मित्र
राजेश शर्मा।
17, विमल मेंशन,
महात्मा गांधी रोड,
औरंगाबाद।
ई-मेल आईडी: [email protected]
Hindi Lokbharti 10th Textbook Solutions Chapter 4 मन Additional Important Questions and Answers
कृतिपत्रिका के प्रश्न 3 (आ) के लिए)
पद्यांश क्र. 1
प्रश्न.
निम्नलिखित पठित पद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए:
कृति 1: (आकलन)
(1) उत्तर लिखिए:
(i) खिले हुए ……………………….
उत्तर:
(i) खिले हुए – फूल।
कृति 2: (स्वमत अभिव्यक्ति)
प्रश्न.
फागुन के महीने में प्रकृति रंगों से रंग जाती है। इस विषय पर 25 से 30 शब्दों में अपने विचार लिखिए।
उत्तर:
फागुन का महीना बहुत महत्त्वपूर्ण होता है। इस महीने में प्रकृति में चारों ओर नवीनता दिखाई देती है। खेत सरसों के पीले-पीले फूलों से भर जाते हैं। इन्हें देखकर ऐसा लगता है जैसे जमीन पर पीले रंग की विशाल चादरें बिछाई दी गई हों। बीच-बीच में अलसी के नीले-नीले फूल पीले रंग पर छाप जैसे लगते हैं। पलाश के वन लाल रंग के बड़े-बड़े फूलों से लद जाते हैं।
दूर से इन वनों को देखकर ऐसा लगता है, मानो पेड़ों से आग की लपटें निकल रही हों। विभिन्न प्रकार के पेड़ों पर गुलाबी रंग की नई-नई कोंपलें आ जाती हैं। इन्हें देखकर लगता है जैसे ये पेड़ गुलाबी रंग के वस्त्रों से सज गए हैं। इनके अतिरिक्त फागुन के महीने में ही तो होली का त्योहार आता है जब चारों ओर तरह-तरह के रंगों और अबीर-गुलाल की बहार आ जाती है। लोग खुशी से एक-दूसरे को रंगों से सराबोर कर देते हैं। इस तरह फागुन के महीने में प्रकृति तरह-तरह के रंगों से रँग जाती है।
पद्यांश क्र. 2
प्रश्न.
निम्नलिखित पठित पद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए:
कृति 1: (आकलन)
(1) उचित जोड़ियाँ मिलाइए:
‘अ’ | ‘आ’ |
(i) मछली | मौन |
(ii) गीतों के स्वर | सूना |
(iii) रेल की पटरियाँ | प्यासी |
(iv) आकाश | अमर |
पीड़ा |
उत्तर:
‘अ’ | ‘आ’ |
(i) मछली | प्यासी |
(ii) गीतों के स्वर | अमर |
(iii) रेल की पटरियाँ | मौन |
(iv) आकाश | सूना। |
(2) परिणाम लिखिए:
(i) सितारों का छिपना।
(ii) तुम्हारा गीतों को स्वर देना।
उत्तर
(i) सूना आकाश
(ii) गीतों का अमर होना।
(3) मन की ……………………. बरसी आँखें। इस हाइकु का सरल अर्थ लिखिए।
उत्तर
जब मन की पीड़ा बहुत गहरी हो जाती है, तो वह बादल बनकर आँसुओं के रूप में बरसने लगती है।
(4) तालिका पूर्ण कीजिए:
स्थिति | निवास | स्थान |
मछली | प्यासी | सागर |
सितारे | छिपे हुए | आकाश |
कृति 2: (स्वमत अभिव्यक्ति)
प्रश्न.
‘आँखें देखने के अलावा और भी कई तरह के काम करती हैं’, इस विषय पर 25 से 30 शब्दों में अपने विचार स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
मनुष्य के शरीर में विभिन्न अंग होते हैं और वे अपनाअपना निर्धारित काम करते हैं। कुछ अंगों से निर्धारित कामों के अलावा और भी कई तरह के काम लिए जाते हैं। आँखें हमारे शरीर का महत्त्वपूर्ण अंग हैं। इनसे देखने का काम तो लिया ही जाता है, साथ ही साथ और भी कई काम लिए जाते हैं। आँखों से तरह-तरह के इशारे किए जाते हैं, जिन्हें सामनेवाला आदमी आसानी से समझ लेता है। आँखें तरेरकर क्रोध प्रकट किया जाता है।
आँखें झुकाकर शर्म प्रदर्शित की जाती है। मन में छुपी दुख देने वाली भावनाओं को आँखों में आँसू लाकर प्रकट किया जाता है। मन भारी होने पर लोग रोकर अपना मन हल्का करते हैं। कोई अचंभेवाली घटना होने पर वाणी के साथ-साथ आँखों से भी भाव प्रदर्शित होता है। आँखों का एक आवश्यक काम मनुष्य को निद्रावस्था में ले जाकर उसे आराम दिलाना है। इस तरह आँखें देखने के अलावा कई महत्त्वपूर्ण काम करती हैं।
इयत्ता दहावी हिंदी स्वाध्याय उपाय
- इयत्ता दहावी भारत महिमा मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी लक्ष्मी मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी वाह रे! हमदर्द मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी मन मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी गोवा : जैसा मैंने देखा मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी गिरिधर नागर मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी खुला आकाश मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी गजल मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी रीढ़ की हड्डी मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी ठेस मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी कृषक गान मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी बरषहिं जलद मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी दो लघुकथाएँ मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी श्रम साधना मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी छापा मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी ईमानदारी की प्रतिमूर्ति मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी हम उस धरती की संतति हैं मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी महिला आश्रम मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी अपनी गंध नहीं बेचूँगा मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी जब तक जिंदा रहूँ, लिखता रहूँ मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी बूढ़ी काकी मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी समता की ओर मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी सोंधी सुगंध मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी खोया हुआ आदमी मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी सफर का साथी और सिरदर्द मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी जिन ढूँढ़ा मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी अनोखे राष्ट्रपति मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी ऐसा भी होता है मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी दो लघुकथाएँ मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी कर्मवीर मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी मातृभूमि मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी कलाकार मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी मुकदमा मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी दो गजलें मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी चार हाथ चाँदना मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी अति सोहत स्याम जू मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी प्रकृति संवाद मराठी स्वाध्याय PDF
- इयत्ता दहावी ऐसा वसंत कब आएगा? मराठी स्वाध्याय PDF
0 Comments:
Post a Comment