![]() |
BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Book Answers |
Bihar Board Class 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Textbooks Solutions PDF
Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Books Solutions with Answers are prepared and published by the Bihar Board Publishers. It is an autonomous organization to advise and assist qualitative improvements in school education. If you are in search of BSEB Class 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Books Answers Solutions, then you are in the right place. Here is a complete hub of Bihar Board Class 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद solutions that are available here for free PDF downloads to help students for their adequate preparation. You can find all the subjects of Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Textbooks. These Bihar Board Class 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Textbooks Solutions English PDF will be helpful for effective education, and a maximum number of questions in exams are chosen from Bihar Board.Bihar Board Class 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Books Solutions
Board | BSEB |
Materials | Textbook Solutions/Guide |
Format | DOC/PDF |
Class | 9th |
Subject | Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद |
Chapters | All |
Provider | Hsslive |
How to download Bihar Board Class 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Textbook Solutions Answers PDF Online?
- Visit our website - Hsslive
- Click on the Bihar Board Class 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Answers.
- Look for your Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Textbooks PDF.
- Now download or read the Bihar Board Class 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Textbook Solutions for PDF Free.
BSEB Class 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Textbooks Solutions with Answer PDF Download
Find below the list of all BSEB Class 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Textbook Solutions for PDF’s for you to download and prepare for the upcoming exams:Bihar Board Class 9 Hindi गुरु गोविंद सिंह के पद Text Book Questions and Answers
प्रश्न 1.
ईश्वर ने मनुष्य को सर्वोत्तम कृति के रूप में रचा है। कवि के अनुसार मनुष्य वस्तुतः एक ही ईश्वर की संतान है, उसे खेमों में बाँटना उचित नहीं है। इस क्रम में उन्होंने किन उदाहरणों का प्रयोग किया है?
उत्तर-
गुरु गोविन्द सिंह जी ने अपने विचारों को कविता के माध्यम से मूर्त रूप देते हुए ईश्वर और मनुष्य के बीच के अटूट संबंधों को गंभीर रूप से चित्रित किया है।
- “एक ही सेव सब ही को गुरुदेव एक, एक ही सरुप सबे, एकै जोत जानबो।
- तैसे विश्वरूप ते अभूत भूत प्रगट होई,
ताही ते उपह सबै ताही मैं समाहिंगे।।
गुरु गोविन्द सिंह जी ने उपरोक्त दोनों काव्य पंक्तियों में ईश्वर के व्यापक स्वरूप की व्याख्या की है।
सभी सृष्टि एक ही परमात्मा के अंश से निर्मित है। एक ही ईश्वर सेवा के योग्य है। एक ही गरु रूप है एक ही उसका स्वरूप है। एक ही ज्योति की सभी प्रभा-किरणें हैं। इस प्रकार प्रथम काव्य पंक्तियों में ईश्वर के स्वरूप और महत्ता की व्याख्या की है।
दूसरी काव्य पंक्तियों में कवि ने ईश्वर के विश्वरूप की व्याख्या की है। सारा संसार तो उसी विश्वरूप का अंश है। सबकी उत्पत्ति उसी विश्वरूप परमात्मा से हुई है और सब उसी में तिरोहित हो जाते हैं। सृष्टि का मूल आधार परमात्मा ही है। उससे – प्रकाशित होकर उसी में लीन होकर नश्वर जीव अपने को ब्रह्म में लीन कर लेता है।
प्रश्न 2.
कवि ने मानवीय संवेदना को मनुष्यता के किस डोर में बाँधे रखने की बात कही है?
उत्तर-
हिंदू तुरक कोऊ राफजी इमाम साफी,
मानस की जात सबै, एकै पहचान बो।
करता करीम सोई राजक रहीम ओई,
दूलरोन भेद कोई भूल भ्रम मानबो।
गुरु गोविन्द सिंह जी ने उपरोक्त पंक्तियों में अपने हृदय के निर्मल भाव को _प्रकट किया है और ईश्वर के न्यायी स्वरूप की सही व्याख्या भी प्रस्तुत की है।
गुरु गोविन्द सिंह जी कहते हैं कि कोई हिन्दू हो चाहे तुरक हो, कोई राफजी (वह व्यक्ति जो अपने स्वामी को पीड़ित देखकर भाग जाए) हो चाहे इमाम (इस्लाम धर्म का पुरोहित) हो, कोई साफी (शुद्ध करने वाला) हो सबमें कोई अंतर नहीं है। यह केवल शब्द जाल का भ्रम है। सत्य बात कुछ और ही है। मनुष्य की जात एक है, सबकी पहचान एक है। अत: मानव-मानव में भेद-विभेद करना या मानना मूर्खता है।
पुन: गुरु गोविन्द सिंह जी कहते हैं कि जो कृपा करने वाला यानि भगवान है वही सब कुछ करता है। उसी की प्रेरणा से राजा और रहीम भी कार्य संपादित करते हैं। दसरा कोई भी भेद नहीं है जिसके पीछे भूलवश भ्रम पाला जाय। इ कवि गुरु गोविन्द सिंह जी ने अपनी कविताओं में ईश्वर की सत्ता का गुणगान करते हुए उसके सर्वशक्तिमान स्वरूप की व्याख्या की है। सबकुछ की उत्पत्ति उसी ब्रह्म से है और सबका अंत भी उसी में निहित है।
प्रश्न 3.
गुरुगोविन्द सिंह के इन भक्ति पदों के माध्यम से सामाजिक कलह और भेदभाव को कम किया जा सकता है? पठित पद से उदाहरण देकर समझाएँ।
उत्तर-
“हिन्दू तुरक कोऊ राफजी इमाम साफी,
मानस की जात सबै एकै पहचान बो।
इन पंक्तियों में गुरु गोविन्द सिंह जी ने जाति-पाँति के भ्रम को दूर कर सबको संदेश दिया है कि हिन्दू हो या तुर्क, राफजी हो या इमाम, साफी हो या अन्य सब ईश्वर की संतान हैं। उनमें किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं है। यह सारा ढकोसला है। सभी वर्ग या जाति या धर्म के लोग एक ईश्वर की संतान हैं।
“एक ही सेव सबही को गुरुदेव एक,
एक ही सरुप सबै, एकै जोत जानबो।
इन पंक्तियों में भी गुरुजी ने एक मात्र सर्वशक्तिमान ईश्वर की महत्ता का गुणगान किया है। सभी एक ही स्वरूप के रूप हैं। सभी एक ही गुरु की संतान हैं। सभी एक ही ज्योति से प्रकाशित हैं। इस प्रकार सबका अटूट संबंध एक ही ब्रह्म से है भले ही हम उन्हें विभिन्न नाम से पुकारें।
तैसे विश्वरूप ते अभूत भूत प्रगट होइ,
ताही ते उपज सबै ताही में समाहिंगे।
इन पंक्तियों में गुरुजी ने इस मायावी संसार के यथार्थ सत्ता का गुणगान किया है। जब सभी एक ही विश्वरूप यानि ईश्वर की संतान है। जब सबकी उत्पत्ति एक ही शक्ति से होती है और सबका अंत भी उसी के अंतर्गत होता है तो फिर भेदभाव कैसा और भ्रम कैसा?
जैसे एक आग ते कन का कोट आग उठे
न्यारे न्यारे है कै फेरि आग में मिताहिंगे।
इन पंक्तियों में भी ईश्वर और आत्मा के एकत्व भाव का उदाहरण और प्रतीक के माध्यम से गुरु गोविन्द सिंह जी ने दर्शाया है। जिस प्रकार आग के एक कण से आग के करोड़ों कण पैदा होकर पुन: आग में ही समाहित हो जाते हैं ठीक उसी प्रकार यह आत्मा भी परमात्मा का अंश है। अंत में यह आत्मा पुनः परमात्मा के विराट स्वरूप में लीन हो जाती है।
करता करीम सोई राजक रहीम आई
दूलरोन भेद कोई भूल भ्रम मानबो।
इन पंक्तियों में भी ईश्वर की महत्ता को सिद्ध करते हुए कवि ने मानव के मन के भ्रम और भूल को दूर करने का प्रयास किया है।
जैसे एक नदे तै तरंग कोट उपजत है,
पान के तरंग सब पान ही कहाहिंगे।
इन पंक्तियों में भी -दी के तरंग के समान यह आत्मा है। नदी-तरंग पैदा होकर जिस प्रकार पुनः नदी में ही मिल जाता है ठीक उसी प्रकार आत्मा भी परमात्मा का ही अंश है। अतः यह सांसारिक मोह, माया, भ्रम, भूल के पीछे न पड़कर ईश्वर के प्रति आस्था रखनी चाहिए।
प्रश्न 4.
भाव स्पष्ट करें(क) “तैसे विस्वरूप ते अभूत भूत प्रगट होइ,
ताही ते उपज सबै ताही में समाहिंगे।’
उत्तर-
प्रस्तुत पंक्तियाँ गुरु गोविन्द सिंह जी की दो छंद काव्य पाठ से ली गई हैं। यह कविता द्वितीय छंद की अंतिम पंक्तियों में लिखित है। इन पंक्तियों के माध्यम से गुरु गोविन्द सिंह जी ने ईश्वर के सर्वशक्तिमान स्वरूप की व्याख्या करते हुए यह ___ संदेश दिया है कि विश्वरूप यानि ईश्वर का अंश ही यह जीव है। आत्मा परमात्मा का ही अंश है। उसी से सभी सृष्टि की उत्पत्ति हुई है और पुन: उसी में इस सृष्टि का विनाश रूप प्राप्त कर उस सर्वशक्तिमान में लीन हो जाता है। यहाँ कवि ने भौतिक जगत की नश्वरता पर प्रकाश डालते हुए ईश्वरीय सत्ता की महत्ता को सिद्ध किया है। लौकिक जगत और अलौकिक जगत के अटूट संबंधों को रेखांकित करते हुए गुरु गोविन्द सिंह जी ने सत्य के उद्घाटन में सफलता पायी है। उन्होंने इस सांसारिक झूठे आडंबरों पर प्रकाश डालते हुए उसकी निरर्थकता पर सम्यक प्रकाश डाला है। गोविन्द सिंह के कथनानुसार ईश्वर की सत्ता सर्वोपरि है। सभी उसी के – अंश हैं। सबको पुनः उसी में तिरोहित हो जाना है। अत: इन पंक्तियों में ईश्वरीय सत्ता की महत्ता को दर्शाया गया है।
भाव स्पष्ट करें:
प्रश्न 4.
(ख) “एक ही सेव सबही को गुरुदेव एक,
एक ही सरूप सबै, एकै जोत जानबो।
उत्तर-
प्रस्तुत पंक्तियाँ गुरु गोविन्द सिंह जी द्वारा लिखित प्रथम छंद कविता से ली गई हैं। इन पंक्तियों में गुरुजी ने सेव, गुरुदेव, सरुप, जोत आदि शब्दों के प्रयोग द्वारा ईश्वरीय सत्ता की महानता और विराटता को दर्शाया है। इन पंक्तियों में कवि द्वारा तमाम भेदों-विभेदों के पीछे मनुष्य की अंतवर्ती एकता की प्रतिष्ठा की गई है। समाज में ऊपरी विभेदों के भीतर आंतरिक एकता की अनुभूति तक इस पद की व्याप्ति है। कवि मानव मात्र की एकता का पक्षधर है। छंद के अंत में वह एकत्व पूर्ण आत्मबोध के कारण ईश्वर की एकता गुरु, स्वरूप और ज्योति की एकता की प्रतिष्ठा की है।
इन पंक्तियों में कवि कहता है कि सेव्य यानि जिसकी सेवा की जाय वह ईश्वर एक है। वह सर्वशक्तिमान है। वही सबका गुरु है। उसका स्वरूप भी एक ही है और सारे रूप उसी से पैदा हुए हैं। वही एकमात्र प्रकाश-पूंज है जिसकी ज्योति से सारी सष्टि जगमग है. प्रकाशित है। इस प्रकार उपरोक्त पंक्तियों में गरु गोदि सिंह जी ने ईश्वर की विराटता, महानता एवं सर्वोपरि स्वरूप की चर्चा करते हुए लोकजीवन को दिशा देने का काम किया है।
BSEB Textbook Solutions PDF for Class 9th
- BSEB Class 9 Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 1 कहानी का प्लाँट Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 1 कहानी का प्लाँट Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 2 भारत का पुरातन विद्यापीठ : नालंदा Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 2 भारत का पुरातन विद्यापीठ : नालंदा Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 3 ग्रीम-गीत का मर्म Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 3 ग्रीम-गीत का मर्म Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 4 लाल पान की बेगम Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 4 लाल पान की बेगम Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 5 भारतीय चित्रपट : मूक फिल्मों से सवाक फिल्मों तक Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 5 भारतीय चित्रपट : मूक फिल्मों से सवाक फिल्मों तक Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 6 अष्टावक्र Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 6 अष्टावक्र Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 7 टॉलस्टाय के घर में Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 7 टॉलस्टाय के घर में Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 8 पधारो म्हारे देश Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 8 पधारो म्हारे देश Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 9 रेल-यात्रा Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 9 रेल-यात्रा Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 10 निबंध Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 10 निबंध Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 11 सूखी नदी का पुल Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 11 सूखी नदी का पुल Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 12 शिक्षा में हेर-फेर Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 12 शिक्षा में हेर-फेर Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 1 रैदास के पद Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 1 रैदास के पद Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 2 मंझन के पद Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 2 मंझन के पद Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 3 गुरु गोविंद सिंह के पद Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 4 पलक पाँवड़े (अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरीऔध’) Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 4 पलक पाँवड़े (अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरीऔध’) Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 5 मै नीर भरी दुःख की बदली (महादेवी वर्मा) Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 5 मै नीर भरी दुःख की बदली (महादेवी वर्मा) Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 6 आ रही रवि के सवारी (हरिवंशराय बच्चन) Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 6 आ रही रवि के सवारी (हरिवंशराय बच्चन) Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 7 पूरा हिन्दुस्तान मिलेगा (केदारनाथ अग्रवाल) Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 7 पूरा हिन्दुस्तान मिलेगा (केदारनाथ अग्रवाल) Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 8 मेरा ईश्वर (लीलाधर जगूड़ी) Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 8 मेरा ईश्वर (लीलाधर जगूड़ी) Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 9 रूको बच्चों (राजेश जोशी) Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 9 रूको बच्चों (राजेश जोशी) Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 10 निम्मो की मौत (विजय कुमार) Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 10 निम्मो की मौत (विजय कुमार) Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 11 समुद्र (सीताकांत महापात्र) Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 11 समुद्र (सीताकांत महापात्र) Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Godhuli Chapter 12 कुछ सवाल (पाब्लो नेरुदा) Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Godhuli Chapter 12 कुछ सवाल (पाब्लो नेरुदा) Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Varnika Chapter 1 बिहार का लोकगायन Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Varnika Chapter 1 बिहार का लोकगायन Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Varnika Chapter 2 बिहार की संगीत साधना Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Varnika Chapter 2 बिहार की संगीत साधना Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Varnika Chapter 3 बिहार में नृत्यकला Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Varnika Chapter 3 बिहार में नृत्यकला Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Varnika Chapter 4 बिहार में चित्रकला Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Varnika Chapter 4 बिहार में चित्रकला Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Varnika Chapter 5 मधुबनी की चित्रकला Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Varnika Chapter 5 मधुबनी की चित्रकला Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Varnika Chapter 6 बिहार में नाट्यकला Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Varnika Chapter 6 बिहार में नाट्यकला Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi Varnika Chapter 7 बिहार का सिनेमा संसार Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi Varnika Chapter 7 बिहार का सिनेमा संसार Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi व्याकरण अपठित गद्यांश Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi व्याकरण अपठित गद्यांश Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi व्याकरण निबंध लेखन Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi व्याकरण निबंध लेखन Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi व्याकरण लिंग Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi व्याकरण लिंग Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi व्याकरण वचन Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi व्याकरण वचन Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi व्याकरण काल Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi व्याकरण काल Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi व्याकरण वाच्य Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi व्याकरण वाच्य Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi व्याकरण परसर्ग ‘ने’ का क्रिया पर प्रभाव Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi व्याकरण परसर्ग ‘ने’ का क्रिया पर प्रभाव Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi व्याकरण वाच्य परिवर्तन Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi व्याकरण वाच्य परिवर्तन Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi व्याकरण सन्धि Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi व्याकरण सन्धि Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi व्याकरण समास Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi व्याकरण समास Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi व्याकरण पर्यायवाची, विलोम तथा श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi व्याकरण पर्यायवाची, विलोम तथा श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi व्याकरण अनेक शब्दों के लिए एक शब्द Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi व्याकरण अनेक शब्दों के लिए एक शब्द Book Answers
- BSEB Class 9 Hindi व्याकरण मुहावरे Textbook Solutions PDF: Download Bihar Board STD 9th Hindi व्याकरण मुहावरे Book Answers
0 Comments:
Post a Comment